यूरिया खाद की किल्लत बरकरार, अतिरिक्त आवंटन की मांग - कालाबाजारी भी बढ़ी

Urea manure shortage continues, demand for additional allocation - black marketing increased
यूरिया खाद की किल्लत बरकरार, अतिरिक्त आवंटन की मांग - कालाबाजारी भी बढ़ी
यूरिया खाद की किल्लत बरकरार, अतिरिक्त आवंटन की मांग - कालाबाजारी भी बढ़ी

डिजिटल डेस्क सीधी। जिले में यूरिया खाद की किल्लत ज्यों की त्यों बनी हुई है। खाद की आपूर्ति भी हो रही लेकिन मांग के अनुरूप खाद न मिलने के कारण मारामारी मची हुई है। यूरिया खाद की बढ़ती मांग के कारण कृषि मंत्री से अतिरिक्त आवंटन की मांग की गई है।
उल्लेखनीय है कि जिले में राज्य सहकारी विपणन संघ सीधी को 5470 बोरी कुल वजन 246.150 टन खाद प्राप्त हुई है जिसे समितियों को भेज दिया गया है। सेवा सहकारी समितियों को खाद मिलते ही किसानों की भीड़ जुटने लगी है। खरीफ की फसलों में यूरिया खाद डालने की बढ़ती मांग के कारण किसान बड़े सुबह से ही समितियों का चक्कर लगाने लगे हैं। शुरूआत के दिनों में विपणन संघ कार्यालय से खाद का वितरण होने के दौरान तो किसानों का मेला लग गया था। भीड़ इतनी ज्यादा जमा हो गई थी कि पुलिस को नियंत्रण के लिए उतरना पड़ा था। खाद के लिए उमड़ रही भीड़ के कारण ही वितरण का जिम्मा सहकारी समितियों को दे दिया गया है। बताया गया है किे प्राप्त आवंटन के बाद 17 अगस्त को सेवा सहकारी समिति सेमरिया में 156 बोरी, गुजरेड़ मेंं 156, उपनी में 223, माटा में 215, नौढिय़ा 180, मझौली 180, जमोड़ी समिति में 223 बोरी खाद उपलब्ध करा दी गई है। इसी तरह 18 अगस्त को समिति चौफाल में 200, पड़ैनिया 156, सीधी खुर्द 556, अमरवाह 223, वन मंडल मड़वास 19, बेल्दह 312, सुकवारी 112 और सारोकला में 311, भुईमाड़ में 180  व टमसार में 330 बोरी खाद भेजी जा चुकी है। इसके अलावा 20 अगस्त को गांधीग्राम समिति में 200 बोरी और कुसमी समिति में 110 बोरी खाद उपलब्ध करा दी गई है। समितियों में देर से खाद पहुंचने के कारण ही किसान खाद पाने होड़ लगाये हुए हैं। विपणन संघ द्वारा खाद उपलब्ध कराने के बाद भी अभी मांग नहीं घट पा रही है। इसीलिए मंडल प्रबंधक राज्य सहकारी विपणन संघ मंडल कार्यालय रीवा को पत्र लिखकर 8 सौ मैट्रिक टन यूरिया डबल लाक केन्द्रों में भेजने की मांग की गई है।
बरगवां रैक से कम मिली खाद
मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित सीधी में मंडल प्रबंधक रीवा को पत्र भेजकर जानकारी दी है कि फसलों में छिड़काव के लिए यूरिया की लगातार मांग बढ़ रही है जिसकी पूर्ति के लिए चंबल कंपनी की बरगवां रैक से सीधी जिले के लिए 850 मैट्रिक टन का प्रोग्राम मंडल प्रबंधक द्वारा दिया गया था किन्तु चंबल कंपनी ने केवल 493.7 मैट्रिक टन यूरिया प्रदान किया है। लगातार यूरिया की मांग एवं कमी को देखते हुए रीवा में लगने वाली चंबल कंपनी की रैक से सीधी जिले के लिए 800 मैट्रिक टन यूरिया उपलब्ध करायी जाये। विपणन अधिकारी ने सीधी गोदाम के लिए 300, चुरहट के लिए 300 और अमिलिया डबल लाक केन्द्र के लिए 200 मिट्रिक टन की मांग की है। बता दें कि स्वीकृत के अनुसार खाद की आपूर्ति न होने के कारण ही जिले में खाद का संकट बना हुआ है। 
कृषि मंत्री से मिले सभापति
जिला पंचायत कृषि स्थाई समिति के सभापति मनोज भारती ने खाद के संकट को देखते हुए कृषि मंत्री कमल पटेल से भोपाल में मुलाकात की है। उन्होने कृषि मंत्री से कहा कि वर्तमान में जितनी खाद समितियों को उपलब्ध करायी गई है वह पर्याप्त नहीं दिख रही है। मांग ज्यादा है और आपूर्ति कम है इसलिए अतिरिक्त आवंटन जारी किया जाये ताकि किसानों को पर्याप्त खाद मुहैया करायी जा सके। उन्होने बताया कि खाद के संकट के कारण केन्द्रों में किसान मारामारी पर उतारू हो रहे हैं। दरअसल में आवश्यकता के समय खाद न मिल पाने के कारण ही किसान परेशान हैं। यही वजह है कि सेवा सहकारी समितियों, विपणन संघ कार्यालय के गोदाम आदि जगह खाद लेने सैकड़ों की तादात में कृषक पहुंच रहे हैं। सभापति की मांग पर कृषि ने शीघ्र ही अतिरिक्त आवंटन जारी किये जाने का आश्वासन दिया है। 
 

Created On :   22 Aug 2020 6:00 PM IST

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