15 हजार से अधिक शालाएं बंद करने का निर्णय दुर्भाग्यशाली - शाला बचाओ परिषद

Unfortunate decision to close more than 15 thousand schools
15 हजार से अधिक शालाएं बंद करने का निर्णय दुर्भाग्यशाली - शाला बचाओ परिषद
आक्रोश 15 हजार से अधिक शालाएं बंद करने का निर्णय दुर्भाग्यशाली - शाला बचाओ परिषद

डिजिटल डेस्क, वाशिम. विद्यार्थी पटसंख्या का कारण सामने कर महाराष्ट्र शासन ने राज्यभर की 15 हज़ार से अधिक जिला परिषद शालाएं बंद करने का दुर्भाग्यशाली निर्णय लिया है । यह निर्णय तत्काल वापस लिए जाने की मांग सभी स्तर से होने के बावजूद राज्य शासन यह निर्णय वापस लेने को तैयार नहीं । इस कारण शालाएं को बचाने के लिए आंदोलन को अधिक तीव्र करने की दृष्टि से आगामी 11 दिसम्बर 2022 को वाशिम में राज्यस्तरीय शाला बचाओ परिषद लेने का निर्णय लिया गया । रविवार को वाशिम में सम्पन्न हुई बैठक में सर्वानुति से परिषद आयोजित किए जाने को लेकर निश्चित किया गया । शाला बचाओ समिति के माध्यम से निमंत्रित किए गए जिले के विविध सामाजिक संगठन, शिक्षक संगठन, शाला व्यावस्थापन समितियां, सरपंच व अन्य सेवाभावी संगठनों के पदाधिकारियों की उपस्थिति में ली गई उक्त बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ विचारवंत डा. रवी जाधव ने की । इस अवसर पर शाला बचाओ समिति के जिलाध्यक्ष गजानन धामणे ने प्रस्ताविक में कहा की सत्यशोधक शिक्षक सभा के माध्यम से राज्यभर के शिक्षा क्षेत्र में काम करनेवाले संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक हालही में नागपुर में हुई है । जिसमें वाशिम मंे राज्यस्तरीय शाला बचाओ परिषद लिए जाने को लेकर सुचित किया गया । इसके मद्देनज़र यह बैठक आयोजित की गई है । उन्होंने शाला बचाने को लेकर जिले में हुए कार्यों का जायज़ा प्रस्तुत किया । इस अवसर पर शाला बचाओ परिषद लेने को लेकर उपस्थित गणमान्यजनांे के विचार जाने गए । बाद में सर्वानुमति से राज्यस्तरीय शाला बचावओ परिषद वाशिम में लेने का ठहराव पारित किया गया । यह परिषद आगामी 11 दिसम्बर को वाशिम के सावित्रीबाई फुले महिला महाविद्यालय (एसएमसी) में लिए जाने को लेकर निश्चित किया गया । साथही परिषद में विविध क्षेत्रांे के गणमान्यजनों को निमंत्रित करने को लेकर चर्चा की गई तो परिषद को सफल बनाने की दृष्टि से विविध जवाबदारियाँ निश्चित करने को लेकर विविध समितियों का गठन किए जाने को लेकर ठहराया गया । इस अवसर पर जिले के प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक संगठनों का सहभाग निश्चित करना, बंद होने की कगार पर रहनेवाली कम पट संख्यावाली 133 जिप शालाओं के शिक्षकों का सहभाग लेने, इन गांवों की ग्रामपंचायत तथा शाला व्यवस्थापन समितियों का सहभाग निश्चित करना, तथा विविध क्षेत्राें के संगठनों का सहभाग लेकर यह परिषद लेने हेतु निश्चित किया गया । बैठक का सूत्रसंचालन शाला बचाओ समिति के जिला कार्याध्यक्ष गजानन खंदारे ने किया ।

ठहराव का पठन मराठा सेवा संघ के जिला महासचिव प्रशांत देशमुख ने तो आभार शाला बचाओ समिति के जिला महासचिव पी.एस. खंदारे ने किया । बैठक में मराठा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष नारायणराव कालबांडे, केंद्रप्रमुख संगन के जिलाध्यक्ष दिलीप गवई, कास्ट्राईब महासंघ के जिलाध्यक्ष हेमंत तायडे, बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक मिलिंद सुर्वे, आदर्श बहुजन शिक्षक संघ के महेंद्र खडसे, प्रोटान संगठन के जिलाध्यक्ष संजय ढले, महाराष्ट्र प्रदेश राष्ट्रवादी शिक्षक संगठन के भागवत मोहिरे, महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति के सतीश सांगले, सत्यशोधक साहित्य परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष सतीश जामोदकर, सत्यशोधक समाज के विभागीय सहसचिव प्रल्हाद पौलकर, सत्यशोधक शिक्षक सभा के राज्य कार्यकारणी सदस्य राम शृंगारे, जिलाध्यक्ष एकनाथ धवसे, बामसेफ के संजय पडघान, परिवर्तन शिक्षक सभा के संभाजी सालसुंदर, ग्रामसेवक संगठन के अरविंद पडघान, नंदू धुले, शाला बचाओ समिति के रिसोड तहसीलाध्यक्ष  पंडितराव देशमुख, प्रा. संदीप भगत, शाला बचाओ समिति के कोषाध्यक्ष सुरेश इंगोले, महाराष्ट्र अंनिस के दत्ता वानखेडे, नानाराव कालबांडे, सौ. सुनीता कांबले, वाईस आफ मीडिया के जिलाध्यक्ष भागवत मापारी, प्रा. मंगेश भुताडे, केंद्र प्रमुख विजयराव शिंदे, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता दिनकरराव बोडखे, आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष राम पाटिल डोरले आदि समेत सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

Created On :   15 Nov 2022 12:16 PM GMT

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