उद्धव बोले- शिंदे को मुख्यमत्री बना देता तब पर उनकी भूख नहीं मिटती
![Uddhav said - would have made Shinde the Chief Minister, but his hunger does not disappear Uddhav said - would have made Shinde the Chief Minister, but his hunger does not disappear](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2022/07/uddhav-said-would-have-made-shinde-the-chief-minister-but-his-hunger-does-not-disappear_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे शिवसेना के बागी नेता व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला है। उद्धव ने शिंदे का नाम लिए बैगर कहा कि मैं उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया होता तब भी उनकी भूख नहीं मिटती। उन्हें अब शिवसेना प्रमुख बनना है। उद्धव ने शिंदे सहित शिवसेना के टूटे विधायकों की तुलना पेड़ की सड़े हुए पत्तियों और कुड़ा-करकट से की है। उन्होंने कहा कि सड़े हुए पत्तियों को झड़ना जरूरी था।
शिंदे पर अंध विश्वास मेरी गलती
उद्धव ने कहा कि भाजपा इस्तेमाल करके सड़े हुए पत्तियों और कुड़े-करकट को टोकरी में भरकर फेंक देगी। उद्धव ने कहा कि मेरी गलती और अपराध मेरा यह है कि मैंने उन्हें (शिंदे) अपने परिवार का सदस्य समझकर उन पर अंधविश्वास किया। मंगलवार को उद्धव के शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को दिए साक्षात्कार के पहले भाग को जारी किया गया।
शिवसेना सांसद संजय राऊत को दिए गए इंटरव्यू में उद्धव ने कहा कि यदि मैं 2019 में महाविकास आघाड़ी सरकार के गठन के समय शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया होता तो वे अलग क्या करते? क्योंकि उनकी भूख कभी नहीं मिटती है। उन्हें मुख्यमंत्री पद भी चाहिए और उन्हें अब शिवसेना प्रमुख भी बनना है? वह स्वयं की तुलना शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे से करने लगे हैं। इसे राक्षसी महत्वाकांक्षा और दानवी प्रवृति कहते हैं। लोभ की प्रवृत्ति की कोई सीमा नहीं होती। उद्धव ने कहा कि मैंने शिंदे को भरोसे के साथ नगर विकास मंत्री बनाया था। मेरे सामने नहीं बल्कि लोग दबी जुबान में कहते थे कि कैसे मुख्यमंत्री हैं, जो मलाईदार नगर विकास विभाग को अपने पास नहीं रखा है। लेकिन मैं मलाई खाने के लिए मंत्रालय में नहीं गया था। उद्धव ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार चली गई। मेरा मुख्यमंत्री पद गया। मुझे इसका अफसोस नहीं है। लेकिन मेरे ही लोगों ने विश्वासघात और दगाबाजी की इसका दुख है। मेरे दो बार हुए ऑपरेशन के समय सरकार गिराने का प्रयास हो रहा था।
शिवसेना को खत्म करना चाहती है भाजपा
उद्धव ने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिंदे गुट मतलब शिवसेना है। इसका मतलब है कि वह शिवसेना के भीतर लड़ाई लगवाना चाहते हैं। भाजपा को शिवसेना खत्म करनी है। उद्धव ने कहा कि जो लोग शोर मचा रहे हैं कि मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया है मेरा उनसे सवाल है कि साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जब गठबंधन तोड़ा था तब शिवसेना ने क्या छोड़ा था ?
उद्धव ने कहा कि भाजपा को ठाकरे परिवार और शिवसेना को अलग-अलग करना है। जैसे महात्मा गांधी और कांग्रेस को अलग-अलग किया गया है। उद्धव ने कहा कि भाजपा ने जैसे सरदार वल्लभभाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस को आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया है। वैसे बालासाहब को अपना आदर्श बताकर पेश करने की कोशिश है। इसलिए भाजपा को बालासाहब का नाम चाहिए लेकिन उससे ठाकरे परिवार और शिवसेना को अलग-अलग करना है। मेरी भाजपा को चुनौती है कि दोनों को अलग करके दिखाएं।
अपने-अपने मां-पिता के नाम पर वोट मांगे बागी विधायक
उद्धव ने कहा कि बागी विधायक अपने-अपने पिता और माता की तस्वीरों के नाम पर वोट मांगें। लेकिन टूटे विधायकों में हिम्मत और मर्दानगी नहीं है। इसलिए बालासाहब की तस्वीर को लेकर भ्रम पैदा किया जा रहा है। शिवसेना के चुनाव चिन्ह ‘धनुष-बाण’ पर शिंदे गुट की ओर से दावा करने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि मेरा अब भी देश की अदालत पर भरोसा है। मुझे भरोसा है कि हर जगह चोरी-मारी नहीं चलती है।
गलत नहीं था महाविकास आघाड़ी का प्रयोग
उद्धव ने कहा कि साल 2019 में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस तीनों दलों की महाविकास आघाड़ी का गठन गलत नहीं था। यदि महाविकास आघाड़ी सरकार बनाने का प्रयोग गलत होता तो जनता उसका विरोध करती। जनता महाविकास आघाड़ी सरकार से खुश थी। उद्धव ने कहा कि मुझे प्रशासन और जनता का भरपुर सहयोग मिला था। इसलिए देश के प्रथम 5 मुख्यमंत्रियों में मेरा नाम शामिल हुआ।
‘हम तुम एक कमरे में बंद..’ वाला मंत्रिमंडल
उद्धव ने कहा कि फिलहाल हम-तुम एक कमरे में बंद वाला मंत्रिमंडल है। पता नहीं मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा? बागी विधायक चाहे मंत्री अथवा और कुछ बन जाए। लेकिन उनके माथे पर विश्वासघाती का ठप्पा लग गया है। वह कभी मिट नहीं सकता है।
अजित पवार ने कभी माइक नहीं खींचा था
उद्धव ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कथित रूप से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का माइक खींचने को लेकर भी कटाक्ष किया। उद्धव ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के समय तत्कालीन उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कभी मेरा माइक नहीं खींचा था। कई बार वित्त मंत्री के रूप में अजित के पास अधिक जानकारी रहती थी तो मैं ही उन्हें सवालों के जवाब देने के लिए माइक दे देता था। उद्धव ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में सभ्यता और समन्वय था।
उद्धव का साक्षात्कार फिक्स मैच- देवेंद्र फडणवीस
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव को शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए साक्षात्कार को फिक्स मैच करार दिया है। फडणवीस ने कहा कि मैं फिक्स मैच नहीं देखता हूं। मैं लाइव मैच देखना पसंद करता हूं। कुछ दिनों में सारी बातें सामने आएंगी तो मैं अपनी प्रतिक्रिया दूंगा।
उद्धव के क्या लगते हैं मोदीः मुनगंटीवार
उद्धव के इंटरव्यू पर भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि उद्धव ने कहा है कि बागी विधायक बालासाहब की तस्वीर का इस्तेमाल न करें फिर उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कौन लगते हैं जिनकी तस्वीर का उपयोग साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वरली सीट पर किया गया था। मुनगंटीवार ने कहा कि जो शिवसेना के कार्यकर्ता उद्धव के साथ हैं अब वह भी बालासाहब की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। क्योंकि उद्धव ने कहा है कि सभी लोग अपने-अपने माता-पिता की तस्वीर का उपयोग करें।
बालासाहब का कद छोटा कर रहे उद्धव- शिरसाठ
दूसरी ओर शिवसेना के शिंदे गुट के औरंगाबाद से विधायक संजय शिरसाठ ने उद्धव पर पलटवार किया है। शिरसाठ ने कहा कि उद्धव भी शिवसेना प्रमुख नहीं बन सकते। हमें भी शिवसेना प्रमुख नहीं बनना है। हम लोगों की शिवसेना प्रमुख बनने की औकात भी नहीं है। हमें केवल बालासाहब का आशीर्वाद चाहिए। शिरसाठ ने कहा कि उद्धव अपने पिता बालासाहब ठाकरे के कद को छोटा कर रहे हैं।
Created On :   26 July 2022 10:24 PM IST