सड़क हादसे में युवक की उपचार के दौरान दर्दनाक मौत, क्षेत्र में तनाव

Traumatic death of a young man during treatment in a road accident, tension in the area
सड़क हादसे में युवक की उपचार के दौरान दर्दनाक मौत, क्षेत्र में तनाव
सड़क हादसे में युवक की उपचार के दौरान दर्दनाक मौत, क्षेत्र में तनाव


डिजिटल डेस्क खैरलांजी/बालाघाट।  सड़क हादसे में घायल हुए युवक की शनिवार को सुबह उपचार के दौरान तुमसर महाराष्ट्र के अस्पताल में मौत हो गई। घटना की रिपोर्ट खैरलांजी थाने में दर्ज नहीं करने से आक्रोशित ग्रमीणों ने  लगभग 5 घंटे तक अंतरराज्यीय  खैरलांजी, तमुसर नागपुर मार्ग पर चकाजाम कर प्रदर्शन किया। घटना से क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
जानकारी के अनुसार खैरलांजी थाना अंतर्गत भौरगढ़ में शुक्रवार की रात सड़क दुर्घटना में पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं कर आरोपियों को बचाने वाले बिचौलिए के खिलाफ शनिवार 5 दिसम्बर को सड़क पर गुस्सा फूट पड़ा। रिपोर्ट दर्ज नहीं करने वाले पुलिसकर्मी और मुआवजा दिलाए जाने का भरोसा दिलाए जाने की बात से कथित व्यक्ति के मुकर जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। परिजनों का आरोप है कि मामले में कथित ग्रामीण छोटू ठाकरे द्वारा परिजनो को गुमराह किया गया गया।
राशि की मांग पर अड़े रहे ग्रामीण
खैरलांजी पुलिस के साथ अन्य थानों के बल ने स्थिति को संभालने की कोशिश की लेकिन समझौते की राशि की मांग पर ग्रामीण एवं परिजन अड़े रहे और सुबह 9 बजे से दोपहर 2.15 बजे तक चक्का जाम करते रहे। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनो की लंबी कतारें लगी रही। परिजन इस बात पर अड़े रहे कि रात्रि में ड्यूटी पर कार्यरत पुलिस वालों पर पहले कार्यवाही हो जिन्होंने रात में रिपोर्ट दर्ज करने से परिजनों को मना कर दिया साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा भी छोटू ठाकरे द्वारा दिया जाए।
निलंबन और लाइन अटैच की बात पर शांत हुए परिजन
इधर एसडीएम संदीप सिंह और सीएसपी कर्णिक श्रीवास्तव के समझाइस पर की सभी पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया हैं। आरोप है कि हादसे के बाद ग्रामीण छोटू ठाकरे जो कि लीलामा सरपंच फिरोज ठाकरे का छोटा भाई है अपने वादे से मुकर गया। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिहाज से छोटू ठाकरे को अभिरक्षा में ले लिया गया। छोटू ठाकरे के अनुसार उसके द्वारा ऐसा कोई वादा परिजनों से नही किया गया था।
इनका कहना है-
दुर्घटना मामले में रिपोर्ट किए जाने में देरी के कारण आक्रोशित लोगों ने जाम किया था। परिजनों की रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है और मामले में कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। जिस पुलिसकर्मी द्वारा एफआईआर दर्ज करने में देरी की गई है, उसके खिलाफ  लाइेन अटैच की कार्यवाही संबंधित विभागीय अधिकारी द्वारा की जा रही हैं।
 संदीप सिंह, एसडीएम
मामले की जांच जारी हैं। एफआरआर दर्ज कराई गई है। मृतक का अंतिम संस्कार हो गया है, जिसकी अस्पताल से रिपोर्ट होने के बाद आगामी कार्यवाही की जायेगी, लाईन अटैच की कार्यवाही में जांच की जा रही है।
अरविंद श्रीवास्तव एसडीओपी, वारासिवनीं

Created On :   5 Dec 2020 11:02 PM IST

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