- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- हाईवे पर 10 घंटे में तीन भीषण सड़क...
हाईवे पर 10 घंटे में तीन भीषण सड़क हादसे, तीन की दर्दनाक मौत
डिजिटल डेस्क, शहडोल। नेशनल हाइवे पर 10 घंटे के अंदर तीन भीषण सड़क हादसे हुए। सड़क हादसों में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है। बताया जाता है कि वाहन तेज रफ्तार आ रहे थे, जिसके कारण यह हादसे हुए हैं।
घर लौट रहा था बाइक से-
जिले में एक ही दिन हुए अलग-अलग सड़क हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। इनमें से तीन लोगों ने नेशनल हाइवे में जान गंवाई। एक की मौत अन्य स्थान पर हुए हादसे में हुई। ये सभी मौतों का कारण बड़े वाहनों की लापरवाहियों को माना जा रहा है। पहला हादसा रविवार की रात करीब 10.00 बजे बुढ़ार थानांतर्गत ग्राम लालपुर के पास हुआ। जिसमें अनूपपुर निवासी विधाता प्रसाद दुबे 62 वर्ष तथा बाद में घायल चेतन राजपूत की मौत हुई।
जानकारी के अनुसार आचार्य के नाम से पहचाने जाने वाले विधाता प्रसाद कल रात अपनी बाइक से चेतन के साथ शहडोल से लौट रहे थे। लालपुर के पास सड़क किनारे पटरी को घेरकर डंपर खड़ा था। उसमें किसी प्रकार का रिफलेक्टर आदि नहीं लगा था, इसी बीच सामने से आ रहे वाहन की तेज लाइट के कारण डंपर से बाइक सहित टकरा गए। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल चेतन ने बाद में दम तोड़ा। इस हादसे के थोड़ी ही देर बाद एक बाइक बड़े अज्ञात वाहन से टकरा गई। पुलिस के अनुसार बाइक सवार राहुल बैरागी निवासी धनपुरी की मौत हो गई, जबकि दूसरा सवार जयकरण सिंह निवासी राजेंद्रग्राम को गंभीर अवस्था में बिलासपुर के लिए रेफर किया गया है। बुढ़ार पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
तो बच सकती थी जान-
बताया जाता है कि दोनों सड़क हादसों की वजह सड़क किनारे रात के समय खड़े वाहन बने। वाहनों में न तो बैक लाइट जलती है और न ही रेडियमयुक्त रिफलेक्टर आदि लगाए जाते हैं। ऐसे में सामने के वाहनों की रोशनी से वाहन सवारों की आंखों चुंधिया जाती हैं। यदि संकेतक आदि होते तो हो सकता है बाइक सवार टकराने से बच जाते। संबंधित विभागों द्वारा ऐसे वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जाती।
निकलनी थी बारात, उठी अर्थी-
रविवार की रात को ही बुढ़ार थानांतर्गत ग्राम बैरिहा में केसोरी निवासी अमर सिंह गोंड़ 21 वर्ष पिता कोदुआ की मौत बस की ठोकर से हो गई। बताया गया है कि जिस बस ने ठोकर मारी वह बारात छोड़कर लौट रही थी। यही नहीं अमर सिंह की बारात सोमवार को कोतमा स्थित एक गांव के लिए जानी थी। इसी की खरीदी करके वह रविवार की रात बाइक से लौट रहा था। उसी समय बैरिहा के पास नफीस की बस क्रमांक एमपी 18 पी 0128 ने ठोकर मार दिया, जिससे अमर की मौत हो गई। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पिता ने बताया कि सोमवार की अमर की बारात निकलने वाली थी और आज अर्थी उठानी पड़ रही है।
Created On :   22 April 2019 10:14 PM IST