विद्युत उपभोक्ताओं के घर पहुंच रहे एक माह के तीन अलग-अलग बिल

Three bills are being sent to electricity consumers in a month
विद्युत उपभोक्ताओं के घर पहुंच रहे एक माह के तीन अलग-अलग बिल
विद्युत उपभोक्ताओं के घर पहुंच रहे एक माह के तीन अलग-अलग बिल

डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। जहां शहर में उपभोक्ता आए दिन हो रही विद्युत कटौती से परेशान है वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग की मनमर्जी के चलते एक ही माह के अलग-अलग बिजली बिल उपभोक्ताओं को थमाए जा रहे है जिससे लोग खासे हलाकान हो चुके है। बताया जाता है कि विद्युत रीडिंग व बिल वितरण करने वाले कर्मचारी हड़ताल पर है जिसके कारण मनमाने तरीके से अनेक स्थानों पर एक ही नाम के उपभोक्ताओं को कहीं दो तो कहीं तीन बिजली बिल थमा दिए गए है जिसमें विद्युत खपत से लेकर राशि भी अलग-अलग है। विद्युत विभाग के द्वारा थमाएं गए बिलों से लोग खासे हलाकान हो गए है और उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि वह किस रीडिंग के आधार पर बिजली बिल का भुगतान करें। वहीं दूसरी ओर अधिकारियों का कहना है कि कोई खामियां नहीं हुई है और इसकी जानकारी भी नहीं मिली है। अगर ऐसे हालात है तो उसका पता लगाकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं उपभोक्ताओं को उनके वास्तविक बिल का ही भुगतान करना होगा। विभागीय स्तर पर भेजे गए बिलों को लेकर कई स्थान पर विभागीय लापरवाही और मनमर्जी को लेकर चर्चाए हो रही है। वहीं लोगों ने इस मामले में उच्चाधिकारियों से जांच कराने की मांग की है।
ग्राम देवरा में आए तीन बिल
बताया जाता है कि डिण्डौरी से लगे ग्राम पंचायत देवरा में कई उपभोक्ताओं के पास एक ही माह के तीन-तीन बिल थमाएं गए है। इनमें हिलिया बनवासी प्रीतम के यहां सर्विस क्रमांक 44119-8352-1313502 में 50 यूनिट का बिल सितम्बर माह का 138 रूपए दिया गया है जिसका पुराना बकाया मिलाकर कुल बिल 583 रूपए भेजा गया है। वहीं दूसरा बिल इसी सर्विस क्रमांक पर एक ही तिथि में 143 रूपए का भेजा गया है। इसके अलावा ग्राम पंचायत देवरा संजय बर्मन, छोटे कोल तथा ग्राम के कई लोगों के बिल अलग-अलग राशि के एक ही माह के आए है जिसमें कहीं 300 तो कहीं एक हजार रूपए का भुगतान करने को कहा गया है। अलग-अलग बिलों को लेकर लोग संशय में है।
गुल हो रही बिजली
देवरा, मुढ़की, लुकामपुर, औरई, धौरई, सुबखार सहित किसलपुरी, सक्का, रयपुरा आदि स्थानों पर त्यौहार के दौरान भी बिजली गुल होने से लोगों की परेशानियां बढ़ रही है। यहां कई स्थानों पर कहीं चार तो कहीं 6 घण्टे तक बिजली गुल होती है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली की आंख मिचौली से वे खासे परेशान है और इस मामले में विभागीय अधिकारियों को भी शिकायत कर चुके है, लेकिन इसके बावजूद भी विद्युत व्यवस्था सलीके से बहाल नहीं की जा रही है। जबकि 24 घण्टे विद्युत देने की बात कहीं जाती है, लेकिन ग्रामीणों को बमुश्किल 12 से 16 घण्टे बिजली मिलती है।
बढ़ी है खपत
दो दिन बाद दीपावली पर्व सामने है और वर्तमान स्थितियों में घरों और दुकानों व कार्यालयों में की जा रही रौनक के चलते बिजली की खपत बढ़ी है। यहां लगभग 1.5 एमबीए अतिरिक्तबिजली लग रही है। जिले की खपत जहां 3.5 एमबीए है वहीं त्यौहारी मांग के कारण खपत बढ़कर 5 एमबीए हो गई है। खपत बढऩे को लेकर विद्युत विभाग द्वारा पूर्व में ही मेटनेंस का कार्य किया गया था और कई स्थानों पर ट्रांसफार्मर भी बदले गए है जिससे विद्युत लोड का दबाव न पड़े और फाल्ट आदि की शिकायत सामने न आए।
इनका कहना है
बिजली के बिल उपभोक्ताओं के पास एक माह में एक ही पहुंचना चाहिए यहां दो या तीन बिल पहुंचने की जो बात कहीं गई है उसकी जानकारी नहीं है। फिर भी इस मामले में जांच करवाई जाएगी और यथोचित कार्रवाई होगी।
अमित विश्वकर्मा, ईई मप्रपूक्षेविविकंलि  डिण्डौरी

 

Created On :   18 Oct 2017 1:37 PM IST

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