मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना की आड़ में ग्रामीणों से हजारों की ठगी

Thousands cheated from villagers under the guise of Chief Minister Solar Pump Scheme
मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना की आड़ में ग्रामीणों से हजारों की ठगी
सतना मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना की आड़ में ग्रामीणों से हजारों की ठगी

डिजिटल डेस्क, सतना। मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना की आड़ में ग्रामीणों से ठगी कर रहे उत्तरप्रदेश के दो बदमाशों को सिंहपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी के मुताबिक देवरी निवासी श्रीगोपाल पुत्र रामभगत कुशवाहा 51 वर्ष, ने 18 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि बाइक क्रमांक यूपी 71 एएम- 3018 से दो लोग पिछले साल 30 दिसम्बर को उसके घर आए और मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना की जानकारी देकर उसके समेत कई ग्रामीणों से रजिस्ट्रेशन के लिए सौ-सौ रुपए ले गए, इसके बाद 24 जनवरी 2022 को फिर गांव आए और प्रारंभिक शुल्क के रूप में 5-5 हजार रुपए जमा कराते हुए रसीद दे गए, तब से उनकी कोई खबर नहीं है। 
तब हुआ संदेह ---
तीन माह पश्चात 16 अप्रैल को पुन: दोनों युवकों ने देवरी पहुंचकर श्रीगोपाल समेत अन्य ग्रामीणों से अंतिम किस्त के 20-20 हजार जमा करने के लिए कहा। तब गांव वालों को संदेह हुआ तो अगले दिन रुपए देने की बात कहते हुए फौरन पुलिस को सूचित कर दिया और जैसे ही 17 तारीख को उक्त युवक गांव आए तो पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ में आरोपियों की पहचान सोनू कुमार पुत्र जयकरण रजक 29 वर्ष, निवासी आबादी जिला बांदा और राजेन्द्र कुमार दर्जी पुत्र ध्यान कुमार 24 वर्ष, निवासी कुल्ली जिला फतेहपुर उत्तरप्रदेश, के रूप में की गई। 
नकदी समेत जाली दस्तावेज मिले ---
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 46 हजार 940 रुपए नकदी के साथ कई किसानों के आधार कार्ड, समग्र आईडी, खसरा, बैंक पासबुक, फोटो, रसीद और सील-मुहर समेत बाइक जब्त की है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 व 34 का अपराध दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों ने अपना परिचय ऊर्जा विकास निगम रीवा के अधिकारियों के तौर पर दिया था। ऐसे में शिकायत मिलते ही फौरन ही उपजीत सिंह अरोड़ा, जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी रीवा से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने ऐसी कोई भी योजना चलाने और उक्त जालसाजों के बारे में जानकारी होने से इंकार कर दिया। फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर ही अपराध दर्ज किया गया है।

Created On :   20 April 2022 4:48 PM IST

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