आम जनता के टैक्स से प्राप्त राशि के दुरुपयोग का एक उदाहरण यह भी
डिजिटल डेस्क,शहडोल। नगर पालिका द्वारा सिंधी धर्मशाला के सामने 30 लाख रुपए से ज्यादा राशि खर्च कर बनाई गई 19 दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया 7 साल में पूरी नहीं हुई। निर्माण के समय छोटे दुकानदारों के लिए सुविधायुक्त काम्प्लेक्स निर्माण का सपना था जो अब खंडहर में तब्दील हो रहा है। शहर के नागरिकों का कहना है कि आम जनता के टैक्स के पैसे से हुए निर्माण के दुरुपयोग का यह बड़ा उदाहरण है। 19 दुकानों का निर्माण 2015 में हुआ। इसके बाद एक बार नीलामी हुई और प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। तब से लेकर अब तक दोबारा नीलामी की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। दुकानों का उपयोग कर नगर पालिका का आय बढ़ाने को लेकर भी गंभीर प्रयास नहीं हुए।
उपयोग हो इसलिए बनाया गया था फायर स्टेशन
दुकान नीलामी से पहले भवन का उपयोग हो सके और आसपास सफाई बनी रहे इसके लिए नगर पालिका के फायर स्टेशन का सर्विस सेंटर बनाने के लिए कहा गया। कुछ दिन तक कर्मचारी यहां आए, लेकिन वह काम भी नहीं चला और अब स्थान में वीरानी छाई रहती है।
जल्द शुरू करवाएंगे नीलामी की प्रक्रिया
नगर पालिका के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा डोली ने बताया कि 2015 में दुकानों की नीलामी के दौरान ऐसे दुकानदारों ने बोली लगाकर दुकानें ली जो मीट मार्केट खोलना चाहते थे। ऐसे में कपड़े, किराना व दूसरे छोटे दुकानदारों के व्यवसाय पर असर पडऩे की शिकायत आने के बाद प्रक्रिया रोक दी गई। इतना ही नहीं मीट मार्केट का निर्माण बर्फ फैक्ट्री के पास करवाया गया, लेकिन दुकानदार वहां नहीं गए। उन्होंने बताया कि अब दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया दोबारा प्रारंभ की जाएगी।
- हम परिषद में इस विषय को रखेंगे। दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया फिर से प्रारंभ करवाएंगे। कोशिश होगी कि नगर पालिका द्वारा खर्च राशि का सदुपयोग हो सके। यह अलग बात है कि पूर्व में भाजपा की परिषद ने इस पर ध्यान नहीं दिया। 19 दुकानों की नीलामी से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी तैयार होंगे।
घनश्याम जायसवाल
अध्यक्ष नगर पालिका शहडोल
Created On :   16 Jan 2023 5:10 PM IST