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दीमागी संतुलन खो चुका था पैंथर, रेबीज की आंशका! - व्हाइट टाइगर सफारी में मौत
डिजिटल डेस्क सतना। उचेहरा वन परिक्षेत्र की धनिया बीट से पकड़े गए 10 साल के पैंथर की व्हाइट टाइगर सफारी में मौत से जुड़े कुछ और तथ्य भी सामने आए हैं। यहां के उप वन मंडलाधिकारी लाल सुधाकर सिंह ने आशंका जताई कि संभवत: पैंथर रेबीज से संक्रमित था और वह अपना मानसिक संतुलन खो चुका था। उसके चारों पैरों के नाखून झड़ चुके थे और दांत भी पहले से नहीं थे। हालांकि यह कह पाना कठिन है कि पैंथर में रेबीज का संक्रमण कैसे आया? एसडीओ के मुताबिक पैंथर की गतिविधियों के ज्यादातर लक्षण उसके रेबीज से ही पीडि़त होने की आशंका पैदा करते हैं।
दिया गया था बेहोशी का हाफ डोज
सतना और उचेहरा के एसडीओ श्री सिंह के मुताबिक वाइल्ड लाइफ के भोपाल वार्डन जेएस चौहान से फोन पर अनुमति मिलने के बाद अस्वाभाविक हरकतें कर रहे पैंथर को नियंत्रण में लेने के लिए बेहोशी का हाफ सीसी डोज दिया गया था और उसके नियंत्रित होने पर रिवाइव करने का इंजेक्शन भी दिया गया था। जिससे वह तत्काल हरकत में आ गया था। उन्होंने बताया कि इससे पहले एहतियात के तौर पर इस पैंथर को ट्रैंक्युलाइज करने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं था, लिहाजा वाइल्ड लाइफ को उसकी गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी भेजी गई थी। इसी वीडियोग्राफी के बाद पैंथर को ट्रैंक्युलाइज कर आइसोलेट करने और फिर उसे जंगल में छोड़े जाने की योजना थी,लेकिन इससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
ऐसी थीं गतिविधियां
उप वन मंडलाधिकारी ने बताया कि धनिया बीट में पैंथर कभी लेंटाना की झांडिय़ों को दांतों से काटता तो कभी उचेहरा-परसमनिया रोड के किनारे पड़े पत्थरों को चबाने की कोशिश कर रहा था। सड़क से गुजरने वाले फोर व्हीलर उसके निशाने पर थे। इसी बीच निशाने में आई धनिया सरपंच की गाड़ी को भी उसने काटने और खरोंचने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि आमतौर पर पैंथर स्वभाव से शर्मीला होता है मगर बावजूद इसके वह जनसमुदाय के बीच जाने की कोशिश कर रहा था। रिवाइव करने का इंजेक्शन देने के बाद भी जब वह होश में आया तो पिंजरे को भी काटने और खरोंचने लगा।
Created On :   9 Nov 2020 3:53 PM IST