बाड़े में रखकर पाला जाएगा अनाथ हुए मादा बाघ शावक

The orphaned tiger cub reared in the special enclosure
बाड़े में रखकर पाला जाएगा अनाथ हुए मादा बाघ शावक
बाड़े में रखकर पाला जाएगा अनाथ हुए मादा बाघ शावक

डिजिटल डेस्क,उमरिया । मॉ के मर जाने के बाद अनाथ हुए 7 माह के बाघ शावक को अब बाड़े में रखकर पाला जाएगा। अभी यह शिकार करना नहीं सीखा था और ऐसी स्थिति में इसका जंगल में जीवित बच पाना कठिन था। यही कारण था कि पार्क प्रबंधन ने दिन रात एक कर इसको खोजने के बाद ही चैन की सांस ली । गौरतलब है कि तीन दिन पूर्व यहां एक बाघ ने एक मादा बाघ तथा उसके मेल शावक को मौत के घाट उतार दिया था । किसी तरह यह मादा शावक बच गई थी । इस संबंध में बताया गया है कि बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के कोर एरिया में मृत मिली फीमेल टाईगर टी-62 के लापता दूसरे शावक को तलाश लिया गया है । 6-7 माह के मादा की हालत स्वस्थ्य एवं सुरक्षित बताई गई है। बुधवार को ट्रंक्यूलाइज कर  इसे ताला रेंज के बहेरहा इंक्लोजर में लाया गया, जहां यह वयस्क होने तक शिकार करना सीखेगी। वहीं दूसरी ओर हमलावर बाघ टी-33 चौथे दिन भी लापता रहा। माना जा रहा है कि इस लड़ाई में बाघ को भी संभव है चोट आई हो। इसलिए बाघ के न मिलने से पार्क प्रबंधन के माथे पर चिंता की लकीरें खिंची हुई हैं।

कल्लवाह में छिपा था शावक

बुधवार को बहेरहा इंक्लोजर में शिफ्ट किए गए मादा शावक को मंगलवार शाम कल्लवाह रेंज से ही पकड़ा गया था। उसकी मां बाघिन टी-62 तथा भाई की मौत के बाद वह आसपास छिपा हुआ था। दूसरी ओर हमलावर बाघ टी-33 का मूवमेंट भी वहीं थीं। इसलिए वन्यजीव प्रेमी शावक व नर बाघ दोनों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद थे। मामला दबाने के आरोपों के बाद पार्क प्रबंधन सक्रिय हुआ। चार हाथियों की टीम को कल्लवाह में भेजा गया और देर शाम उन्हें सफलता मिली।

बाघ ने किया शिकार

दूसरी ओर बाघिन व शावक को मारने के बाद लापता हुए बाघ टी-33 ने बुधवार को अपनी उपस्थिति दर्जा कराई है। मवेशी के किल करने की पुष्टि होने पर प्रबंधन को कुछ हद तक राहत की सांस ली है। उनका मानना है चूंकि बाघ ने किल किया है इसलिए स्वस्थ्य होगा। उसकी सर्चिंग के लिए चार हाथियों की टीम को लगा दिया गया है। ताजे पगमार्क के आधार पर हाथी नजर बनाए हुए हैं। जैसे ही बाघ दिखेगा उसके घाव व गतिविधियों का आकलन किया जाएगा। क्योंकि संभव है कि बाघिन व शावक से लड़ाई में उसे भी चोट आई होगी। बारिश के चलते संक्रमण बढ़ने का भी खतरा रहता है।

इनका कहना है 

पगमार्ग की पहचान कर कल शाम को शावक का ढूढ लिया गया था। आज उसे बहेरहा में शिफ्ट कर दिया गया है। बाघ टी-33 की तलाश जारी है। उसने घने लैंटाना में किल किया है। ताजे पगमार्क भी मिले हैं। एके शुक्ला, एसडीओ पनपथा।

Created On :   31 July 2019 5:49 PM IST

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