जयपुर: तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन के तहत आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि मास्क कोरोना से बचाव में 90 प्रतिशत तक प्रभावी
डिजिटल डेस्क, जयपुर। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन के तहत आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि मास्क कोरोना से बचाव में 90 प्रतिशत तक प्रभावी एआईसीटीई की गाईडलाइन्स के अनुसार तकनीकी शिक्षा में प्रथम वर्ष की कक्षाएं एक दिसम्बर से होंगी शुरू तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव के लिए मास्क सबसे अधिक प्रभावी है। उन्होंने कहा कि मास्क इस बीमारी को रोकने में 90 प्रतिशत तक प्रभावी है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन की जो शुरूआत की है वह काफी असरकारी है। इसके परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। नो मास्क-नो एन्ट्री स्लोगन भी सार्थक एवं जनजागृति में प्रभावशाली साबित हो रहा है। वास्तव में लोग मास्क नहीं तो प्रवेश नहीं का पालन कर कोरोना महामारी को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन अभियान का तकनीकी शिक्षा के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में अनुसरण किया गया है। उन्होंने कहा कि जहां विशेषज्ञों के द्वारा वैक्सीन को भी 50-60 प्रतिशत तक असरकारी बताया जा रहा है वहीं मास्क को 90 प्रतिशत तक असरकारी बताया गया है। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने गुरूवार को तकनीकी शिक्षा भवन से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव तथा इसकी रोकथाम के लिए आमजन के मध्य प्रचार-प्रसार एंव कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन के तहत आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उक्त विचार व्यक्त किए। वीसी का संचालन राजकीय पॉलिटेक्निक माहाविद्यालय झालवाड़ द्वारा किया गया। डॉ. गर्ग ने कहा कि निजी महाविद्यालय भी मास्क बनवाकर गरीबों और थड़ी ठेला वालों एवं आमजन में वितरित करें। उन्होंने कहा कि निजी महाविद्यालय पोस्टर भी छपवा सकते हैं। इससे उनका प्रचार-प्रसार भी होगा और कोरोना से बचाव के उपायों की आमजन को जानकारी भी मिल सकेगी। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि एआईसीटीई की गाईडलाइन्स के अनुसार तकनीकी शिक्षा में प्रथम वर्ष की कक्षाएं एक दिसम्बर से शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि आरटीयू तथा बीटीयू में कोर्स समान रूप से 30 प्रतिशत तक कम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय तय करे कि सप्ताह में तीन दिन ऑनलाइन तथा तीन दिन ऑफलाइन क्लासेज ली जावे। डॉ. गर्ग ने कहा कि विद्यार्थियों के डॉक्यूमेन्ट वेरिफिकेशन सहित सारे काम ऑनलाइन होने चाहिए। उन्होंने कहा कि मान्यता देने का कार्य भी ऑनलाइन होना चाहिए। इसमें फिजिकल वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का प्लेसमेंन्ट में वृद्धि हो इसके लिए मैं संवाद करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय स्टार्टअप के द्वारा इन्स्ट्रूमेन्ट्स् बनाएं। उन्होंने कहा कि अपनी-अपनी क्षमता अनुसार सभी कोरोना की रोकथाम में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के आरंभ शासन सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती शुचि शर्मा ने अपने सम्बोधन कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव, रोकथाम के लिए आमजन के मध्य प्रचार-प्रसार के तहत कोरोना के विरूद्ध जन आंदोलन अभियान के अन्तर्गत तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत दोनो तकनीकी विश्वविद्यालयों सहित समस्त राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों, सभी अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में सरकारी गाईडलाईन की पालना के साथ जागरूकता का कार्य किया गया है। आरटीयू के वीसी प्रोफेसर आर.ए. गुप्ता ने कोरोना की रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने 30 प्रतिशत कोर्स को कम किया है। इस अवसर पर बीटीयू के वीसी प्रोफेसर एचडी चारण ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना से बचाव के लिए तन की सुरक्षा और मन की मजबूति आवश्यक है। एसकेआईटी जयपुर के निदेशक श्री सुरजाराम मील ने कहा कि हम बहुत सुरक्षित तरह से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सारा खेल सावधानी का है। आर्य इंजीनियरिंग कॉलेज जयपुर के निदेशक श्री अरविन्द अग्रवाल ने कहा कि हम एसएमएस अर्थात सोशल डिस्टेसिंग,मास्क और सेनिटाइजेशन की पालना कर कोरोना की रोकथाम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम एसएमएस का पालन करेंगे और बच्चों का भविष्य खराब नहीं होने देंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के अन्त में तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त शासन सचिव प्रथम श्री अनिल कुमार अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
Created On :   30 Oct 2020 1:29 PM IST