खचाखच रहने वाले बाजार सूने, इंज्याॅयमेंट वाले स्पॉट पर ब्रेक, जहां-तहां नजर आ रही पुलिस

The market is overheated break on the spot of enumeration police are seen everywhere
खचाखच रहने वाले बाजार सूने, इंज्याॅयमेंट वाले स्पॉट पर ब्रेक, जहां-तहां नजर आ रही पुलिस
खचाखच रहने वाले बाजार सूने, इंज्याॅयमेंट वाले स्पॉट पर ब्रेक, जहां-तहां नजर आ रही पुलिस

डिजिटल डेस्क,  नागपुर । शहर के सीताबर्डी, धंतोली, रामदासपेठ और धरमपेठ के बाजारों में सन्नाटा पसरा है। आम दिनों में ये बाजार खचाखच भरा होता है। यहां की  गलियों में पैर रखने की जगह नहीं होती, लेकिन रविवार को इनकी तस्वीर कुछ और ही थी। ग्राहकों से खचाखच भरे रहने वाले कपड़े, जूतों, ज्वेलरी और कॉस्मेटिक्स की दुकानों पर ताले जड़े रहे। सड़क पर दूर-दूर तक कोई व्यक्ति नजर नहीं आ रहा था। सन्नाटे के बीच पुलिस सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद दिखी। सड़क पर निकल रहे लोगों के आई-कार्ड चेक िकए गए। उनसे  घर से निकलने का कारण पूछा गया। जरूरी होने पर ही उन्हें जाने दिया गया। जो ठोस कारण नहीं बता पाया, उसे चेतावनी देकर वापस लौटा दिया गया। 

हॉस्टल-पीजी खाली
धरमपेठ में बड़ी संख्या में विद्यार्थी वर्ग हॉस्टलों और पीजी में रहता है। रविवार को लॉक-डाउन का अंदेशा भांपते हुए हॉस्टल और पीजी पहले ही खाली हो गए। अधिकांश हॉस्टलों और पीजी के कमरों में ताले पड़ गए हैं। क्षेत्र में बड़ी संख्या में संचालित होने वाली मेस प्रतिष्ठान भी कई दिनों से बंद की स्थिति में हैं।

फुटाला-अंबाझरी की मस्ती पर ब्रेक
धरमपेठ से हाेते हुए हम फुटाला पहुंचे। यहां की शांति ने पूर्व में मन पर बनी फुटाला की छवि तोड़ कर रख दी। वैसे तो  फुटाला रविवार को शहर के इंज्याॅयमेंट का मुख्य स्पॉट होता है। लोग यहां अपने दोस्तों, परिवार के साथ पहुंचते हैं। कपल्स के लिए भी यह मीटिंग प्वाइंट है।  रविवार की बात ही कुछ और थी । लोगों ने कर्फ्यू के चलते फुटाला से दूरी बनाई। फिर भी आस-पास के इक्का-दुक्का लोग, जो लोग इधर आए, पुलिसकर्मियों ने लौटा दिया। सुबह से ही फुटाला पर  पुलिस बंदोबस्त रहा। पुलिसकर्मियों ने किसी को भी अंदर नहीं छोड़ा। यही नजारा शहर के अंबाझरी तालाब का भी था। सेल्फी प्वाइंट पर कोई पुलिस बंदोबस्त तो नहीं था, लेकिन फिर भी लोगों ने अनुशासन दिखाते हुए अंबाझरी से दूरी बनाए रखी। 

सीताबर्डी बाजार...  ऐसी खामाेशी कभी नहीं देखी
संवाददाता ने कुछ समय सीताबर्डी के इस बाजार में बिताए। आम दिनों में  इस बाजार में खासी चहल-पहल होती है। रविवार को ऐसा कुछ नहीं था। यहीं के निवासी बुजुर्ग संतोष मिश्रा से हमने बात की। बकौल संतोष मिश्रा, इस बाजार को हमेशा मैंने लोगों से भरा हुआ और व्यस्त देखा था। आज जैसी स्थिति कभी नहीं रही। सीताबर्डी के निवासियों के लिए यह एक भावनात्मक क्षण था। यह दृश्य जीवन भर उनके जेहन में कैद रहेगा। 

धरमपेठ बाजार... दूर-दूर तक कोई नहीं दिखा
प्रमुख बाजारों की बात हो और धरमपेठ का नाम न आए। ऐसा नहीं हो सकता। धरमपेठ शहर के संभ्रांत वर्ग का पसंदीदा शॉपिंग प्वाइंट है। युवाओं को भी यह बाजार खूब आकर्षित करता है। ब्रांडेड कपड़ों-जूतों के शोरूम, भव्य रेस्त्रां, प्रसिद्ध फूड प्वाइंट और कोचिंग सेंटरों की यहां भरमार है। धरमपेठ की शाम और नाइट-लाइफ  का पूरा शहर कायल है। गोकुलपेठ का सब्जी बाजार शहर के सबसे बड़े सब्जी बाजारों में से एक है। कर्फ्यू ने लोगों से खचाखच भरे रहने वाले व्यस्ततम धरमपेठ बाजार पर खामोशी की पट्टी बांध दी थी। जब हम यहां पहुंचे तो पुलिसकर्मियों के अलावा दूर दूर तक कोई नजर नहीं आया। 

Created On :   23 March 2020 3:08 PM IST

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