भूमाफिया बने भूस्वामी,धोखे से साइन लेकर करोड़ों की जमीन की अपने नाम, शिकायकर्ता का दावा, 'अब तक नहीं मिला न्याय'
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डिजिटल डेस्क,इंदौर। मप्र की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में एक बार फिर से भू माफिया सक्रिय हो गए हैं। ताजा मामला नकली नोटरी और 50 बीघा जमीन हड़पने का है। जिसमें भू माफिया नीलू पंजवानी एवं राजकुमार कुकरेजा का नाम सामने आया है। इन भूमाफियाओं द्वारा कूट रचित दस्तावेजों से ग्राम रिंगनोदिया सांवेर की भूमि हड़पने का प्रयास किया गया है। इस मामले में संजय ठाकुर पिता अंतरसिंह ठाकुर, निरंजन पिता रामस्वरूप जाधव और अनूप पिता अतुल गुप्ता द्वारा पुलिस को शिकायत भी की गई है। इस मामले को लेकर भास्कर हिंदी ने इंदौर देहात एसपी हितिका वासल से बात की है।
आरोप यह भी है कि, पुलिस को शिकायत किए जाने के बावजूद इस मामले में कोई जांच अब तक शुरू नहीं हुई है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, पुलिस की जांच को भटकाने के लिए विधिक सलाहकार से गलत प्रतिवेदन बनाने के लिए दबाव डलवाया जा रहा है। साथ ही इस मामले की जांच ना हो सके इसके लिए शासकीय अधिकारियों पर दवाब बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं गृहमंत्री का नाम लेकर डराने के साथ ही रिपोर्ट चेंज करने का दबाव बनाने का भी आरोप है।
क्या है पूरा मामला
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, 19.08.2019 को भागीदारी फर्म कुसुम रियल ईस्टेट का गठन किया गया था, जिसमें संजय ठाकुर का 50 प्रतिशत, निरंजन जाधव का 25 प्रतिशत एवं अनूप गुप्ता का 25 प्रतिशत लाभ-हानि में हिस्सा था। इन सभी हिस्सेदारों द्वारा फर्म में अपने हिस्से अनुसार राशि लगाकर कॉलोनी को विकसित किया जाना सुनिश्चित किया गया। साल 2020 के माह दिसंबर में विभिन्न आदेशों के माध्यम से सभी दर्शाए गए खसरे की भूमियों पर नामांतरण आदेश पारित कर प्रार्थी की फर्म मेसर्स कुसुम रियल ईस्टेट के नाम अंकित हुआ। इसमें कनक ओपल एवं कनक ओपल एनेक्स नाम से कॉलोनी नाम दर्ज किए गए। जिसके विकास के लिए अनुमति भी मिली।
वहीं अप्रैल, 2022 में नीरज पंजवानी पिता श्रीचंद पंजवानी एवं राजकुमार कुकरेजा पिता लक्ष्मीचंद्र कुकरेजा ने फर्म के तीनों हिस्सेदारों से संपर्क कर कहा कि, सम्पत्ति पर वे भागीदारी में कॉलोनी का निर्माण करना चाहते हैं और वे फर्म में राशि भी निवेष करेंगे। इसके लिए बकायदा सम्पत्ति का बाजार मूल्य भी प्राप्त किया, जो 1,04,41,00,000/- (एक सौ चार करोड़ इकतालीस लाख) बताया गया।
इसके बाद राजकुमार कुकरेजा व नीरज पंजवानी ने खाते में अप्रैल से जून 2022 के मध्य कुल 6,00,00,000 रुपए की राशि शुरुआती निवेश के रूप में जमा कराई गई। जिसके बाद दोनों को भी फर्म में वर्किंग भागीदार बनाया गया। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, 10 मई 2022 को यह हिस्सेदारी स्टाम्प पर तैयार हुई, जिसमें सभी ने हस्ताक्षर किए, लेकिन यह दस्तावेज नोटरी के समक्ष पेश नहीं हुआ।
15 मई 2022 को नीरज पंजवानी एवं राजकुमार कुकरेजा ने शिकायतकर्ताओं को भूमि का वर्तमान बाजार मूल्य के साथ 1,10,00,00,000/- रूपये (एक अरब दस करोड़ रूपये) की राशि का भुगतान करने का प्रस्ताव दिया और कहा गया कि इस राशि के भुगतान के बाद सिर्फ दोनों ही सम्पत्ति फर्म के मालिक होंगे। लेकिन संजय ठाकुर, निरजंन जाधव और अनूप गुप्ता के अनुसार यहां उनके साथ धोखा किया गया। जब नवीन विक्रयपत्र पंजीयन नहीं किए जाकर लाखों रूपए की स्टाम्प ड्यूटी तथा रजिस्ट्रेशन का खर्च बचाने की बात कहकर उनसे हस्ताक्षर करा लिए गए और नोटरी के बाद दोनों ही एकमात्र मेसर्स कुसुम रियल इस्टेट के भागीदार बन गए। इसके बाद संजय ठाकुर पिता अंतरसिंह ठाकुर, निरजंन पिता रामस्वरूप जाधव और अनूप पिता अतुल गुप्ता द्वारा पुलिस को शिकायत की गई।
- मुझे ज्वाइन किए हुए अभी एक सप्ताह ही हुए हैं। यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है, मामले की जानकारी लेने के बाद ही मैं कुछ बता पाऊंगी।
हितिका वासल, एसपी, (इंदौर देहात)
Created On :   4 April 2023 6:21 PM IST