ब्लैक लैपर्ड के कारण बढ़ा पेंच में बफर का सफर, अब दोनों शिफ्ट चल रही हाऊसफुल

The journey of buffer increased in the screw, now both the shifts are running houseful
ब्लैक लैपर्ड के कारण बढ़ा पेंच में बफर का सफर, अब दोनों शिफ्ट चल रही हाऊसफुल
सिवनी ब्लैक लैपर्ड के कारण बढ़ा पेंच में बफर का सफर, अब दोनों शिफ्ट चल रही हाऊसफुल

डिजिटल डेस्क,सिवनी। कभी सुनसान दौर से गुजर रहे पेंच का बफर एरिया फिर गुलजार हो गया। बारिश कम होने पर पर्यटक यहां पर आने लगे हैं। बफर में सबसे ज्यादा उत्साह ब्लैक लैपर्ड(काला तेंदुआ) को  देखने के लेकर है। शायद यही कारण है कि यहां पर पर्यटक अब अधिक आ रहे हैं। ब्लैक लैपर्ड भी पर्यटकों को दिख रहा है और वे अपने कैमरे में उसके फोटो और वीडियो कैप्चर कर रहे हैं। हाल ही में सिने कलाकार रवीना टंडन को भी सफारी के दौरान दो बार यह तेंदुआ दिखाई दिया था। बफर एरिया में रास्तों में कीचड़ कम हो गया है और जहां पानी अधिक भरा था वहां पानी कम हो गया।

30  गाडिय़ां आ रही

जानकारी के अनुसार बफर में एक दिन में पर्यटकों से भरी ३० गाडिय़ां आ रही हैं। जबकि बारिश के समय तो एक दिन में एक या दो गाड़ी आती थी। अब तो ऑन लाइन बुकिंग के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। एक पखवाड़े पहले स्थिति यह थी कि अधिकारी और कर्मचारी पर्यटकों का इंतजार करते थे। गेट पर भी सूनापन रहता था। अब तो वाहनों की कतार लग रही है। माना जा रहा है कि यह भीड़ पूरे सीजन भर रहेगी। वहीं वन विभाग भी बफर में ग्रामीणों को रोजगार से जोडऩे के लिए काम भी कर रहा है।

पहली बार दिखा है ब्लैक लैपर्ड

पेंच में पहली बार ब्लैक लैपर्ड दिखाई दिया है। यह लैपर्ड भी कोर और बफर में घूमता है। हालांकि पिछले काफी दिनों से यह बफर में अधिक देखा जा रहा है। वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ अखिलेश मिश्रा का कहना है कि वन्यजीवों की चमड़ी में बाल सभी के एक जैसे होते हैं। कभी कभी हार्मोन्स में परिवर्तन होने के कारण बाल एक जैसे रंग वाले हो जाते हैं। कुछ इसी तरह यह ब्लैक लैपर्ड के साथ है। वह आम तेंदुए जैसा ही है। फिलहाल तेंदुए की उम्र करीब दो वर्ष की है।

इधर कोर के लिए तैयारियां शुरु

पेंच टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में नए पर्यटक सीजन के लिए अभी से तैयारियां शुरु हो गई है। एक अक्टूबर से पार्क का कोर एरिया खुल जाएगा। इसके लिए गाइडों को टे्रनिंग दी जा रही है। गाइडों को बताया जा रहा है कि उन्हें क्या करना और क्या नहीं करना है। वन विभाग की गाइडलाइन के अनुसार काम करना है। उन्हें यह भी बताया जा हा है कि वे पर्यटकों को पार्क के बारे में अधिक से अधिक जानकारी बेहतर तरीके से दें। पर्यटकों से व्यवहार कैसा हो इस पर भी उन्हें ट्रेंड किया जा रहा है।

Created On :   2 Sept 2022 6:22 PM IST

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