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जिले में फिर कुदरत का कहर, आधा सैकड़ा गांवों में ओलावृष्टि
डिजिटल डेस्क,सिवनी । बार बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ जिले के किसानों के परेशानी का सबब बने हुए हैं। नए साल में दो सैकड़ा से अधिक गांवों में ओलावृष्टि हुई थी। इसके बाद एक बार फिर जिले में केवलारी और धनौरा क्षेत्र में गुरुवार को ओलावृष्टि हुई है। क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान की सूचना मिल रही है। मैदानी अमला सर्वेक्षण के लिए रवाना हो गया है। जिसके बाद ही नुकसान की विस्तृत जानकारी मिल पाएगी। इस बीच जिले के दूसरे स्थानों मेें पारा ३१ डिग्री सैल्सियस को पार कर गया जिससे दिन में उमस का एहसास होता रहा।
किसानों पर भारी गुरुवार
गुरुवार को जिले के अधिकांश स्थानों में मौसम खुला हुआ था। चिलचिलाती तेज धूप के साथ हवाएं लू का एहसास दिला रहीं थी। वहीं रात का पारा भी 17 डिग्री से अधिक था। जहां पूरे जिले में गर्मी के आगमन का एहसास हो रहा था वहीं जिले के धनौरा और केवलारी क्षेत्र में दोपहर बाद आसमानी आफत बरस रही थी। धूप देखते ही देखते छिप गई और आसमान घने बादलों से ढंक गया। कई स्थानों पर ओलों के साथ तेज बारिश हुई। इस साल में तीसरी बार ओलावृष्टि हो चुकी है।
दर्जनों गांवों में फसलें चौपट
जिले के धनौरा विकास खंड में गुनगुच, साजपानी, कुरनभटा, टोला, तीतरी सहित दूसरे गांवों में गुरुवार दोपहर को भारी ओलावृष्टि हुई है। वहीं केवलारी विकासखंड के छींदा, पुंगार, खुर्शीपार, कोहका, रायखेड़ा, चंदनवाड़ा, तिंदुआ, डुंगरिया, गुबरिया, बख्शी, बबरिया, केवलारी खेड़ा, टाला, टाली, भाटा, कारापाठा, छींदा, माल्हनवाड़ा, खुर्सीपार, पुंगार, सर्रई सहित अन्य गांवों में ओलावृष्टि हुई है।
कई घरों के टूटे छप्पर
गुरुवार को आई इस प्राकृतिक आपदा में कई गांवों में भी व्यापक नुकसान की आशंका है। स्थानीय निवासी रतिराम नागेश ने बताया कि उनके गांव में बिजली के खंभे और कई पेड़ गिर गए हैं। वहीं कई घरों के छप्पर टूट गए हैं। इसके साथ ही कई घरों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है।
सिवनी मीटिंग में थे अधिकारी
गुरुवार को जिला मुख्यालय में राजस्व अधिकारियों की बैठक चल रही थी। जिसमें तहसीलदार, एसडीएम, नायब तहसीलदार आदि मौजूद थे जिस कारण फौरी तौर पर जानकारी मिल नहीं पा रही है। हांलाकि अधिकारियों ने मैदानी अमले को मौके पर पहुंचने के निर्देश दे दिए हैं।
बाकी स्थानों पर शुष्क रहा मौसम
जहां जिले के दो विकासखंडों में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ वहीं जिले के दूसरे स्थानों में मौसम शुष्क रहा। पारा काफी दिनों के बाद ३१.६ डिग्री सैल्सियस पहुंच गया। वहीं रात का पारा भी १७.२ डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि 25 और 28 फरवरी को भी दो अलग-अलग पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने के संकेत मिले हैं। इस वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला अभी जारी रहने के आसार हैं।वर्तमान में चार सिस्टम सक्रिय हैं जिनके असर से मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
इनका कहना है,
शुरूआती तौर पर केवलारी के २७, धनौरा क्षेत्र के १५ गांवों में ओलावृष्टि की जानकारी मिल रही है। मैदानी अमला सर्वेक्षण कर रहा है जिसके बाद नुकसान की वास्तविक जानकारी मिल सकेगी। फिलहाल जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं है।
- एसएस परतेती, अधीक्षक भू अभिलेख
नुकसान की सूचना तो मिल रही है लेकिन वास्तविक स्थिति सर्वे के बाद ही मिल पाएगी। अमले को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
Created On :   25 Feb 2022 4:29 PM IST