अधजली लाश मामले की गुत्थी सुलझी - पुरानी रंजिश में युवक की हत्या कर जला दिया था शव
डिजिटल डेस्क, भंडारा. एक सप्ताह पहले गुरुवार,13 अप्रैल को भंडारा-लाखनी राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 53 पर संदेहास्पद तरीके से एक युवक का अधजले अवस्था में शव मिला था। जिसकी शिनाख्त नागपुर के शांतिनगर के मुद्दलियार लेआउट निवासी मोहम्मद तन्वीर अब्दुल रज्जाक शहा(24) के तौर पर की गई है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच पड़ताल कर बुधवार,19 अप्रैल को दोपहर 3.50 बजे दो आरोपियों को नागपुर से गिरफ्तार किया है।
आरोपियों के नाम शांतिनगर नागपुर निवासी अतिक लातीफ शेख (29) तथा हिंगना तहसील के ग्राम विहाड़ निवासी फैजन परवेझ खान(18) होकर आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। यह जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक लोहित मतानी ने गुरुवार,20 अप्रैल को पुलिस मुख्यालय में आयोजित पत्र परिषद में दी। उन्होंने बताया कि यह घटना शुक्रवार, 7 अप्रैल को घटी थी। जो एक सप्ताह बाद 13 अप्रैल को प्रकाश में आयी। मामले की जांच दौरान पता चला कि मोहम्मद तन्वीर अब्दुल रज्जाक शहा और आरोपी अतिक लातीफ शेख के बीच कुछ वर्षों से विवाद चल रहा था। इस प्रकरण में वर्ष 2017 में पुलिस में मामला दर्ज किया गया था।
बताया गया कि मोहम्मद तन्वीर अब्दुल रज्जाक शहा व उसका भाई यह दोनों अतिक शेख को जान से मारने वाले थे। लेकिन इसके पहले ही अतिक लातीफ शेख और फैजन परवेझ खान ने मिलकर 7 अप्रैल को माफी मांगने के बहाने से मोहम्मद तन्वीर को अपने इंडिका कार क्रमांक एमएच 40 डीजी 2282 में बिठाकर साथ लेकर गए। गड्डीगोदाम से पारड़ी व मौदा होते हुए नशा करते हुए वह भंडारा पहुंचे। गाड़ी में भी आते-आते मोहम्मद तन्वीर और अतिक के बीच विवाद हुआ। अतिक ने मोहम्मद तन्वीर को मारने का षडयंत्र रचा था। इस लिए उसने गाड़ी गडेगांव लकड़ा डिपो के पास 200 मीटर दूर जंगल में ले जाकर पहले उसका गला दबाकर तथा चाकू से हमला कर मौत के घाट उतारा। जिसके बाद शव को गाड़ी की डिक्की में भरा। पुलिस से बचने के लिए अतिक व फैजन ने मोहम्मद तन्वीर के शव को डिक्की से बाहर निकालकर कार से डीजल लेकर शव को जला दिया। 13 अप्रैल को घटना सामने आने पर पुलिस ने जांच शुरू थी। इस प्रकरण में जिला पुलिस अधीक्षक लोहित मतानी, अपर पुलिस अधीक्षक ईश्वर कातकडे के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस अधीक्षक सुशांत सिंह, स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक नितीन चिंचोलकर, साइबर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक राहुल देशपांडे, लाखनी थाने के पुलिस निरीक्षक मिलिंद तायडे, सहायक पुलिस निरीक्षक सुबोध वंजारी, नितेश देशमुख, ऋषिकेश चाबुकस्वार, पुलिस उपनिरीक्षक धनराज सेलोकर, पुलिस उपनिरीक्षक माधव परशुरामकर, पुलिस हवालदार राजेंद्र कुरूडकर, पुलिस हवालदार प्रशांत गुरव, राऊत, कापगते, रामटेके, मालोदे, पुराम, श्रावणकर आदि ने की।
डीएनए जांच करेगी पुलिस
जला हुआ शव मोहम्मद तन्वीर का ही है, इसकी पुष्टि करने के लिए पुलिस विभाग डीएनए व बोन मैरो की जांच करेगा। अभी केवल मृतक के हाफ पैंट पर लिखे अंग्रेजी के अक्षर जे.एस. के माध्यम से परिजनों ने उसे पहचाना है।
ऐसे सामने आया मामला
मोहम्मद तन्वीर यह 6 अप्रैल से लापता था। इस बारे में नागपुर के शांतिनगर पुलिस थाने में उसके गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गई थी। जब 13 अप्रैल को गडेगांव के लकड़ा डिपो के पास अधजला शव मिला, तो पुलिस ने सबसे पहले संपूर्ण राज्य के 1 से 13 अप्रैल तक लापता गुमशुदगी से जुड़ी शिकायतों की जानकारी निकाली। जिसमें मोहम्मद तन्वीर के गुमशुदगी की जानकारी मिली। जिससे पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने मृतक के कपड़ों के आधार पर उसकी मोहम्मद तन्वीर के तौर पर पहचान की है। बताया गया कि पिछले कुछ वर्षों से मोहम्मद तन्वीर और अतिक के बीच तनातनी चल रही थी।
इस आधार पर पुलिस ने अतिक शेख और फैजन खान को उठाकर उनसे पूछताछ की। उन्होंने हत्या करने का जुर्म कबूल किया। मोहम्मद तन्वीर को साथ लाने तथा वापिस जाते हुए अतिक और फैजन अलग-अलग सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हंै।
Created On :   21 April 2023 8:41 PM IST