रैक की बोगियों में भडक़ी आग, मचा हडक़ंप

मुख्य रेलवे स्टेशन के वाशिंग साइडिंग में घटना, मशक्कत के बाद बुझाई गई रैक की बोगियों में भडक़ी आग, मचा हडक़ंप

डिजिटल डेस्क कटनी। मुख्य रेलवे स्टेशन कटनी के वाशिंग पिट यार्ड में खड़े दो कोच में अचानक आग भडक़ गई। जिसे एक वातानुकूलित एवं एक स्लीपर बोगी जलकर खाक हो गई। घटना गुरुवार दोपहर लगभग सवा एक बजे की है। दोनों बोगियों से धुंआ निकलते देख प्लेटफार्म नंबर 5-6 में अफरा-तफरी मच गई। आग एक बोगी से होते हुए बगल वाली लाइन में खड़ी दूसरी रैक के कोचों तक पहुंच गई थी। नगर निगम से पहुंची दो फायर ब्रिगेड ने लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बोगियों में आग लगने की सूचना पर स्टेशन प्रबंधक, आरपीएफ, जीआरपी और कॉमर्शियल स्टाफ  के साथ ही सीएनडब्ल्यू स्टाफ मौके पर पहुंचे और फायर स्टिंगयूजर व स्टेशन की पाइप लाइन से पानी डालकर आग बुझाने के प्रयास किए। इस घटना के बाद रेल अधिकारियों में हडक़ंप का माहौल रहा।
विंडो शीशे तोडकऱ डाला पानी
धुआं के कारण पानी डालने में भी समस्या आ रही थी। स्टेशन के सीपीएस , सफाई कर्मचारी, आरपीएफ के जवानों एवं फायर ब्रिगेड कर्मियों ने खिडक़ी और विंडो के शीशे तोडकऱ पानी डालने के लिए जगह बनाई। कोचों में प्लास्टिक और सीटों के फोम जलने  से  दम घुटने वाले धुएं की वजह से वहां पल भर भी रुकना मुश्किल हो रहा था।
रास्ता नहीं, फायर ब्रिगेड को पहुंचने में 20 लगे-
मुख्य रेलवे स्टेशन के वाशिंग पिट के कोच में लगी आग ने ऐसी घटनाओं से निपटने रेलवे की तैयारियों की कलई खोल दी। फायर ब्रिगेड को घटना स्थल तक पहुंंचने में 20 मिनट का समय लग गया। मुख्य स्टेशन में पहुंचने के लिए सीधा कोई रास्ता नहीं होने से फायर ब्रिगेड के वाहन ओवरब्रिज होकर गए लेकिन झाडिय़ां एवं ऊबड़-खाबड़ जगह होने से  वाशिंग पिट तक नहीं पहुंच पाए। आग बुझाने के लिए दमकल वाहनों में 6 मीटर अतिरिक्त पाइप लगाना पड़े। नगर निगम के फॉयर इंचार्ज शैलेन्द्र दुबे कहते हैं कि   रनिंग ट्रेन में ऐसे हादसों के समय दमकल का पहुंचना और भी मुश्किल होगा, क्योंकि रेलवे ने ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की, जिससे किसी भी प्लेटफार्म में बिना बाधा पहुंचा जा सके।

इनका कहना है
घटना के कारण और नुकसान की जानकारी का पता लगाने के लिए मुख्यालय से निर्देशित टीम जांच करेगी। यहां सिर्फ एडिशनल  कोच और रैक खड़े होते हैं।  घटना के दौरान क्षतिग्रस्त कोच अन्य कोचों से अलग करवा दिए हैं। साइडिंग में स्टाफ द्वारा नजर रखी जा रही है।
- आशीष रावलानी, क्षेत्रीय प्रबंधक रेलवे

Created On :   18 Aug 2022 9:17 PM IST

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