जिस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ने बचाई मरीज की जान उसे अपना बता बेच गए परिजन

The family who sold the oxygen concentrator who saved the life of the patient told him to be his own
जिस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ने बचाई मरीज की जान उसे अपना बता बेच गए परिजन
जिस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ने बचाई मरीज की जान उसे अपना बता बेच गए परिजन

जिला अस्पताल दमोह का मामला, दूसरे मरीज ने खरीदा, घर लेकर जाने पर हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क  दमोह ।
संक्रमण काल में कालाबाजारी आम हो गई है। अब जिला अस्पताल दमोह में छुट्टी के बाद एक मरीज के अटेंडेंट द्वारा सरकारी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को दूसरे मरीज के परिजनों को बेचने का शर्मनाक मामला बुधवार को प्रकाश में आया। छुट्टी होने पर जब दूसरे मरीज के अटेंडेंट ऑक्सीजन कंसंट्रेटर घर ले जाने लगे तो स्वास्थ्य अमले की पूछताछ पर पूरा मामला खुला। 
जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल के प्री-कोविड वार्ड बर्न यूनिट में करीब 10 दिन पूर्व सिविल वार्ड निवासी महिला मरीज को कोरोना संदिग्ध के रूप में भर्ती कराया गया था। ऑक्सीजन की जरूरत होने पर उसे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया गया था। इस्तेमाल करने के बाद मरीज को राहत भी मिली। जब उस मरीज का काम निकल गया तो उसके परिजन ने अस्पताल में ही भर्ती एक अन्य मरीज के परिजन को बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उसने खरीदा था। जो अब उनके काम का नहीं है। आपके काम का है, चाहें तो 5 हजार रुपए देकर खरीद सकते हैं। यह सुनकर दूसरे मरीज के परिजन ने कम दाम में उपलब्ध हो रही चीज खरीद ली और इस्तेमाल करने लगा। छुट्टी होने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को घर ले जाने लगा, तब स्वास्थ्य अमले ने उसे पकड़ लिया।

150 फ्लोमीटर आए थे, 60 से 70 ही आ रहे नजर : 
आरएमओ के अनुसार जिला अस्पताल द्वारा 150 ऑक्सीजन फ्लोमीटर खरीदे गए थे, जिनमें से 60-70 ही नजर आते हैं। शेष का मालूम नहीं है। बताया जा रहा है कि यह फ्लोमीटर मरीजों ने अपने बताकर एक-दूसरे को बेच दिए, जिनमें से कई अपने घर ले गए। इसके अलावा एक दिन पहले ही डॉ. सचिन मलैया ने एक युवक को एक सिलेंडर गाड़ी पर रखकर ले जाते हुए देखा और दौड़कर पकड़ा था।  
ऐसे हुआ खुलासा 
आरएमओ डॉ. दिवाकर पटेल ने बताया, वार्ड से खबर आई कि कोई व्यक्ति अस्पताल के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को अपना बताते हुए नहीं दे रहा है। मामला पता करने पर दूसरे मरीज के परिजन की चालबाजी सामने आई। जो बेहद शर्मनाक है। अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल ही उक्त व्यक्ति की हिस्ट्री निकाली और कॉल करके अस्पताल बुलवाया। साथ ही उसकी इस शर्मनाक हरकत पर माफी मंगवाई और उक्त पीडि़त के रुपए वापस कराए गए। यह मामला सामने आने के बाद अस्पताल में अलर्ट हो गया है। साथ ही पुलिस और गार्ड को सचेत कर दिया गया है कि अस्पताल की किसी भी सामग्री के साथ कोई दिखता है तो तत्काल एक्शन लें। 

Created On :   6 May 2021 3:14 PM IST

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