राशन वितरण की डेडलाइन निकली, 60% गरीबों को नहीं मिला खाद्यान्न

The deadline for distribution of ration was reached, 60% of the poor did not get food grains
राशन वितरण की डेडलाइन निकली, 60% गरीबों को नहीं मिला खाद्यान्न
छतरपुर राशन वितरण की डेडलाइन निकली, 60% गरीबों को नहीं मिला खाद्यान्न

डिजिटल डेस्क,छतरपुर। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सहकारिता माफिया की घुसपैठ के चलते गरीबों का राशन गायब होने की 140 शिकायतों के बाद भी दोषियों पर जांच की आंच तक नहीं आई है। सीएम हेल्पलाइन पहुंची थोकबंद शिकायतों से यह बात सामने आई कि सहकारिता माफिया द्वारा गरीबों को आधा अधूरा खाद्यान्न का वितरण कर सरकारी राशन की कालाबाजारी की जा रही है। इसके बाद भी खाद्य विभाग के अधिकारी गरीबों के राशन की हेराफेरी करने वाले विक्रेताओं पर कार्रवाई करने से बच रहे है।  हैरत की बात तो यह है कि जिले में खाद्यान्न वितरण की डेडलाइन निकले के बाद भी अब तक 60 फीसदी गरीबों राशन नसीब नहीं हो पाया है। इसके चलते उपभोक्ता राशन दुकानों का चक्कर कटाने के लिए मजबूर हैं।

अगस्त माह का भी 20 फीसदी नहीं हुआ खाद्यान्न का वितरण

जिले में सहकारिता माफिया और खाद्य विभाग के अफसरों की जुगलबंदी के चलते अगस्त माह के 20 फीसदी राशन का गरीबों को वितरण नहीं हो पाया है। बताया जाता है कि आवंटन की डिमांड में देरी किए जाने के कारण गरीबों को निर्धारित समय-सीमा में राशन का वितरण नहीं हो पा रहा है। कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम में पहुंची बड़ी संख्या में पहुंची शिकायतों से यह बात सामने आई है कि गरीबों को पात्रता के आधार पर राशन का वितरण नहीं किया जा रहा है।

राशन दुकानों के शटर हुए डाउन

जिला तो दूर शहर की राशन दुकानों में अंधेरगर्दी जारी है। बताया जाता है कि राशन दुकान संचालकों द्वारा वर्किंग डे में दुकानों के शटर डाउन होने से खाद्यान्न की आस लेकर आए उपभोक्ता खाली हाथ वापस लौटने के लिए मजबूर है। जानकारों का कहना है कि खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं की शिकायत पर खानापूर्ति किए जाने के कारण गरीबों की जमकर फजीहत हो रही है।

जनसुनवाई में भी पहुंची 50 शिकायतें

जिले के राशन दुकान संचालकों द्वारा गरीबों के राशन की हेराफेरी किए जाने की जनसुनवाई में भी 50 से अधिक शिकायतें पहुंची है। आरोप है कि राशन दुकान संचालकों द्वारा मशीन में अंगूठा लगवाए जाने के बाद भी खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा है। आवेदकों का कहना है कि दुकान संचालक द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के राशन में भी बड़े पैमाने पर राशन की हेराफेरी की जा रही है। शिकायत कर्ताओं का कहना है कि राशन दुकान संचालकों द्वारा नियमित और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के खाद्यान्न के वितरण में खेल किया जा रहा है।

सितंबर माह के आवंटन पर एक नजर

खाद्यान्न मात्रा (एमटी में)
गेहूं 3539.17
चावल 2584.49
नमक 31402 किग्रा
शक्कर 270371 किग्रा

फैक्ट फाइल

> जिले में 657 राशन दुकानें संचालित।
> राशन के लिए 12 लाख 51 हजार उपभोक्ता पात्र।
> शक्कर के लिए 34 हजार 842 एएवाई उपभोक्ता को कार्ड जारी।
> एएवाई उपभोक्ता को प्रति कार्ड एक किलोग्राम शक्कर की पात्रता।
पीएम गरीब कल्याण योजना का आवंटन
> गेहूं 8198.49 मीट्रिक टन।
> चावल 488.79 एमटी।

शीघ्र कराया जाएगा राशन का वितरण

जिले में अब तक 40 फीसदी राशन का वितरण हो चुका है। यह बात सही है कि डेडलाइन वितरण की गुरुवार को खत्म हो गई है। राशन वितरण में अनियमितता की शिकायतों की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
बीके सिंह, जिला आपूर्ति अधिकारी
 

Created On :   16 Sept 2022 2:42 PM IST

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