तहसीलदार ने रिपोर्ट में कहा- गड्ढे में डूबने से नहीं हुई मौत
डिजिटल डेस्क,शहडोल। कोयले के अवैध खनन के लिए सोन नदी के बटुरा घाट पर खोदे गए गड्ढे में 17 वर्षीय छात्र उत्तम वासुदेव की डूबने से मौत के बाद अब प्रशासन कोयला माफिया पर कार्रवाई के बजाए मामले की लीपापोती में जुट गया है।
बुधवार को मीडिया को जारी बयान में तहसीलदार दीपक पटेल ने दावा किया उत्तम पिता छोटा वासुदेव की मृत्यु बटुरा घाट पर खोदे गये गढ्ढे में डूबने से हुई है, सही प्रतीत नही होता है। सोन नदी के बीच धार में पानी में डूबने से हुई है। इधर, प्रशासन के दावे को गलत बताते हुए ग्रामीणों ने दैनिक भास्कर को तस्वीर उपलब्ध करवाई। इसमें स्पष्ट है कि 6 फरवरी को उत्तम का शव जिस स्थान से निकाला जा रहा है, वहां नदी पर पानी नहीं है। गड्ढे से शव निकाला जा रहा है और आसपास ग्रामीणों की भीड़ है।
प्रशासन ने कोयले के लिए खोदे गए गड्ढों की कराई फिलिंग
ग्राम बटुरा सोन नदी पर घटना स्थल से लगभग 40 मीटर की दूरी में कोयला उत्खनन के कई गड्ढों की फिलिंग करवाई गई। एसईसीएल अमला, पुलिस अमला एवं खनिज अमला और राजस्व अमले के सहयोग से 13-14 गड्ढों को बुधवार को भरा गया। प्रशासन का दावा है कि अन्य गड्ढों की फिलिंग का कार्य प्रक्रियाधीन है।
Created On :   9 Feb 2023 4:09 PM IST