मंजूर 332 शिक्षक पदों में से कुल 153 पद रिक्त , लगातार बढ़ रही रिक्त पदों की संख्या

Teacher posts remain vacant, number of vacancies continuously increasing
मंजूर 332 शिक्षक पदों में से कुल 153 पद रिक्त , लगातार बढ़ रही रिक्त पदों की संख्या
मंजूर 332 शिक्षक पदों में से कुल 153 पद रिक्त , लगातार बढ़ रही रिक्त पदों की संख्या

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  प्रदेश में बीते पांच वर्षों से बंद पड़ी शिक्षक पदभर्ती के कारण शिक्षा संस्थाओं की गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। पदभर्ती बंद होने के कारण विश्वविद्यालायों और कॉलेजों में रिक्त शिक्षक पदों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की स्थिति देखें, तो यहां मंजूर 332 शिक्षक पदों में से कुल 153 पद रिक्त हैं।

बीते कुछ समय में विश्वविद्यालय में बार-बार पदभर्ती के प्रयास हुए, लेकिन बार-बार बदलते सरकारी नियोजन के कारण पदभर्ती महज एक स्वप्न ही बन कर रही गई। फिलहाल  यूनिवर्सिटी में शिक्षक पदों की भर्ती प्रक्रिया को हवा दी जा रही है, लेकिन आरक्षण प्रारूप के लिए पिछड़ावर्ग विभाग के पास  यूनिवर्सिटी का प्रस्ताव विचाराधीन है। सामाजिक कार्यकर्ता अभय कोलारकर द्वारा दायर आरटीआई के जवाब में नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने विविध पोस्ट ग्रेजुएट विभागों और संचालित कॉलेजों में रिक्त शिक्षक पदों का ब्योरा जारी किया है। 

ऐसी है स्थिति 
विश्वविद्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उनके विविध पोस्ट ग्रेजुएट विभागों में शिक्षकों के कुल 243 पद मंजूर हैं। इसमें 122 पद रिक्त हैं। इसी तरह लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एलआईटी) में मंजूर 62 शिक्षक पदों में से 19 पद रिक्त हैं। इसी तरह यूनिवर्सिटी के डॉ. बाबासाहब आंबेडकर लॉ कॉलेज में मंजूर 6 में से 1 शिक्षक पद रिक्त है, तो बी. एड. कॉलेज में मंजूर 21 शिक्षक पदों में से 11 शिक्षक पद रिक्त हैं। कुल मिलाकर यूनिवर्सिटी में मंजूर 332 पदों में 153 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। 

एक शिक्षक के भरोसे पूरा विभाग
आरटीआई में विभाग निहाय स्थिति पर नजर डालने पर पता चलता है कि, यूनिवर्सिटी के कई विभाग ऐसे हैं, जहां महज एक नियमित शिक्षक के सहारे पूरा विभाग चल रहा है।  मराठी, हिंदी, संस्कृत जैसे विभागों में एक भी प्रोफेसर कार्यरत नहीं है। असोसिएट और असिस्टेंट प्रोफेसरों के सहारे कामकाज चल रहा है।  वही, फार्मसी, पीजी लॉ, बायोकेमेस्ट्री जैसे विभागों में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद रिक्त हैं। फार्मसी में 10, पीजी लॉ में 7, केमेस्ट्री में 7, बायोकेमेस्ट्री में 7 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। ऐसी ही स्थिति अन्य विभागों की है, जहां आधे से ज्यादा पद रिक्त हैं। 

Created On :   29 Jan 2020 11:59 AM IST

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