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अब ‘शातिर’ परीक्षार्थियों की खैर नहीं, बोर्ड की सख्ती, प्रैक्टिकल एग्जाम के अंकों की भी होगी जांच
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीएसई) ने अपनी 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में पारदर्शिता बढ़ाने का निर्णय लिया है। थ्योरी की ही तरह प्रैक्टिकल परीक्षा पर भी गंभीरता बरती जा रही है। सीबीएसई ने अपने हालिया निर्णय में साफ किया है कि 12वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षा में जो विद्यार्थी शामिल नहीं होंगे, उन्हें सीधे तौर पर अनुपस्थित दर्शाया जाएगा। सीबीएसई ने प्रैक्टिकल परीक्षा की भी वीडियो रिकॉर्डिंग करने का फैसला लिया है। अब तक स्कूल या शिक्षकों की मदद से अनुपस्थित होने के बावजूद विद्यार्थी इंटरनल अंक हासिल करने में सफल हो पाते थे। इस प्रथा को रोकने के लिए सीबीएसई रैंडम तरीके से स्कूल और विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल परीक्षा के प्रदर्शन की जांच करेगा।
शक होते ही रिकार्ड खंगाला जाएगा
बता दें कि परीक्षा लेने वाले एक्सटर्नल को शक होने पर स्कूल का रिकॉर्ड भी खंगाला जाएगा। जिन स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षा में गड़बड़ी होने की जानकारी मिलेगी, उन स्कूलों की पूरी जांच पड़ताल बोर्ड द्वारा की जाएगी। जांच में रजिस्ट्रेशन करवाने वाले विद्यार्थी के नाम, रोल नंबर, अन्य जानकारी, नियमित स्कूल में अटेंडेंस आदि की जांच की जाएगी। जांच में छात्रों की गलतियां सामने आने के बाद उस स्कूल पर कार्रवाई की जाएगी, जो फ्लाईंग तौर पर परीक्षा दिलवाते हैं यानी छात्रों की सहायता करने वाले स्कूलों पर भी गाज गिर सकती है।। इससे उन स्कूलों को नुकसान होगा जो अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए प्रैक्टिकल परीक्षा में विद्यार्थियों को भरपूर अंक देते हैं।
फोटो से चेहरे का मिलान
यह भी बता दें कि इस बार प्रायोगिक परीक्षा की वीडियो रिकॉर्डिग की जाएगी, इससे उन छात्रों को पकड़ना आसान हो जाएगा, जो दूसरे के नाम पर परीक्षा दे रहे होंगे। शक होने पर एक्सटर्नल ऐसे छात्रों की पहचान उसके एडमिट कार्ड से करेगा। अगर मिलान में फोटो एक जैसा नहीं हुआ, तो ऐसे छात्र को परीक्षा में अनुपस्थित माना जाएगा और बोगस छात्र पर भी कार्रवाई होगी।
Created On :   31 Oct 2019 12:42 PM IST