शिवसेना धनुष-बाण के लिए पहुंची चुनाव आयोग, कोई भी फैसला लेने से पहले बात सुने
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असली शिवसेना को लेकर की जा रही दावेदारी की जंग सुप्रीम कोर्ट के बाद अब देश के चुनाव आयोग पहुंच गई है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुट की ओर से सोमवार को चुनाव आयोग में एक कैविएट दायर की गई है। ठाकरे गुट ने इसमें आयोग से अनुरोध है कि अगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पार्टी के चुनाव चिन्ह की मांग को लेकर चुनाव आयोग के पास आते है तो कोई भी फैसला लेने से पहले हमारी बात को सुना जाए। हमें अनसुना रखते हुए कोई भी फैसला न करें।
शिवसेना से बगावत कर मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों का एक गुट तैयार करके भाजपा के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई है। शिंदे गुट की ओर से अब यह दावा किया जा रहा है कि उन्होंने शिवसेना छोडी नहीं है। फिलहाल यह मसला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। गौरतलब है कि शिंदे गुट के बागी विधायक केसरकर ने हाल ही में एक बयान में यह दावा किया था कि जब पार्टी के ज्यादातर विधायक और सांसद उनके साथ हैं तो असली शिवसेना भी वहीं हैं। शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर भी उनका ही हक है। लिहाजा शिंदे गुट हर हाल में पार्टी का चुनाव चिन्ह उन्हें मिले इसके लिए पूरजोर कोशिश में जुटे है। लिहाजा उद्धव ठाकरे की ओर से भी पार्टी का चुनाव चिन्ह बचाने के लिए हलचल तेज हो गई है।
इस कड़ी में शिवसेना के वरिष्ठ नेता अनिल देसाई और राज्य के पूर्व मंत्री अनिल परब सोमवार को चुनाव अधिकारियों से मिले और शिवसेना प्रमुख द्वारा लिखा गया पत्र आयोग को सौंपा। इसमें में शिवसेना का पक्ष सुने बगैर कोई भी फैसला आयोग द्वारा नहीं लिए जाने की गुहार लगाई गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग इस मसले को लेकर ख्या फैसला करता है।
Created On :   11 July 2022 10:31 PM IST