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किसान गोलीबारी की होगी जांच, घायलों को 1 लाख की मदद का आश्वासन
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डिजिटल डेस्क, अहमदनगर। शेवगांव में हुई गोलीबारी मामले की जांच मजिस्ट्रेट से कराई जाएगी, जांच के रिपोर्ट अनुसार जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गृहराज्यमंत्री दीपक केसरकर ने शुक्रवार को शेवगांव गोलीबारी में घायल किसानों से अस्पताल में मिलकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी। उन्होंने किसानों को 1 लाख रुपए देने का आश्वासन भी दिया। किसानों के उपचार पर डॉक्टरों से बात भी की। केरसरकर ने कहा गन्ना मूल्य वृद्धि मांग पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। आंदोलन पर पुलिस की गोलीबारी होना यह गंभीर बात है। राज्य सरकार इस मामले में गंभीर है। इसलिए किसानों पर हुए गोलीबारी मामले की जांच वरिष्ठ दंडाधिकारी द्वारा की जायेगी और जांच में जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मामले वापस लेने की मांग
अगर इसमें कोई वरिष्ट अधिकारी बाहर का होगा तोभी सोचा नहीं जायेगा। आंदोलन कर्ता किसानों पर पुलिस में दर्ज मामले वापस लेने की मांग की गई है। जिला प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी है। भविष्य में किसान आंदोलन पर गोलीबारी जैसे घटना ना हो इसलिये वरिष्ट अधिकारियों के साथ महत्व पूर्ण बैठक लेकर अवश्यक सुचना एवं हल निकाला जाएगा। गोलीबारी में घायल हर एक किसान को मदद दी जाएगी। किसानों के साथ पुलिस और शासन के अन्य अधिकारी व कर्मी इस झड़प में घायल हुये उन्हें भी सरकार मदद करेगी। किसान कभी भी पथराव नहीं करेंगे। इस अवसर केसरकर के साथ भूतपूर्व विधायक अनिल राठोड, पुलिस अधीक्षक रंजनकुमार शर्मा, उपजिलाधिकारी भानुदास पालवे, मेयेर सुरेखा कदम, शिवसेना शहर अध्यक्ष दिलीप सातपुते, सभापती सचिन जाधव आदि उपस्थित थे।
नहीं मिले पालकमंत्री
जिले के शेवगांव तहसील में किसान आंदोलन पर हुए गोलीबारी से राज्य में बवाल मचा। सरकार के गृहराज्यमंत्री, विपक्ष के नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री इनके साथ घायल हुए किसानों से मिलने अस्पताल पहुंचे। किसानों के स्वास्थ्य की जानकारी की। गोलीबारी का विरोध जताया। लेकिन जिले के पालकमंत्री प्रा. राम शिंदे गोलीबारी घटना के बाद एक बार भी किसानों को मिलने अस्पताल नही पहुंचे।
Created On :   19 Nov 2017 4:30 PM IST