कहा-महाराज मनु की संतान होने के नाते हम मानव कहलाए
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने दिल्ली में विगत दिनों हुए सद्भावना सम्मेलन पर सवाल उठाते हुए कहा कि अभी कहीं पर सद्भावना सम्मेलन हो रहा था, इसके आयोजकों ने खुद ही पलीता लगवा लिया। आयोजन करने वाले कुर्सी पर बैठे हुए थे और सनातनी लोग, जो साधु-संत वहां पर गए थे, वह जमीन पर, मंच पर ही नीचे बैठे हुए थे। सद्भावना पर प्रश्न चिन्ह तो वहीं लग जाता है। वहीं आयोजक महोदय ने कह दिया जब राम नहीं थे, जब शिव नहीं थे, तब मनु ने किसकी पूजा की थी।
सद्भावना सम्मेलन में ‘ऊं’ से अल्लाह की तुलना किए जाने के बयान को गलत बताते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने छिंदवाड़ा के दशहरा मैदान में शिव महापुराण कथा के दौरान कहा कि माय डियर, पहले यह बताओ कि राम कब नहीं थे, शिव कब नहीं थे। महाराज मनु आदम नहीं हैं, महाराज मनु ही मनु हैं। महाराज मनु की संतान होने की वजह से हम मानव कहलाते हैं। महाराज मनु ने अल्लाह की पूजा नहीं की। महाराज मनु ने ‘ऊं’ की पूजा की, जो तीन अक्षरों से बना है-अ, ऊ, म। ‘अ’ मतलब हरि, ‘ऊ’ मतलब ब्रम्हा, और ‘म’ मतलब महेश, इन तीनों का प्रतीक है ‘ऊं’। महाराज मनु ने ब्रम्हा, विष्णु, महेश की पूजा की ।
लोकेश मुनि का समर्थन करते हुए कहा-उनका आभार व्यक्त करुंगा-
सद्भावना सम्मेलन का बहिष्कार करने वाले लोकेश मुनि का समर्थन करते हुए देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि जब भी मुझे मौका मिलेगा मैं जैन मुनि लोकेश मुनि जी का आभार व्यक्त करुंगा, सम्मान प्रकट करुंगा, सनातनियों की तरफ से उन्हें सम्मानित करवाउंगा।
Created On :   14 Feb 2023 7:20 PM IST