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चार नर्सिंग कॉलेजों की शैक्षणिक सत्र 21-22 की मान्यता निलंबित

डिजिटल डेस्क, छतरपुर। नर्सिंग कॉलेजों में चल रहे फर्जीवाड़े को लेकर मप्र नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। प्रदेश के 93 कॉलेजों की मान्यता निलंबित कर दी है, जिसमें छतरपुर के 4 नर्सिंग कॉलेज भी शामिल हैं। लगातार शिकायतों के चलते हाईकोर्ट के निर्देश पर जांच कराई गई थी। बहरहाल कॉलेजों में गड़बड़ी उजागर होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। विभागीय अधिकारी हर साल ऑडिट करते रहे। छतरपुर के जिन 4 कॉलेजों की मान्यता निलंबित की है, उनमें रामदेव कॉलेज ऑफ नर्सिंग, एसवीएन स्कूल ऑफ नर्सिंग, स्वामी विवेकानंद नर्सिंग स्कूल ऑफ नर्सिंग व श्रीकृष्ण कॉलेज ऑफ नर्सिंग शामिल हैं। इन कॉलेजों की शैक्षणिक सत्र 2021-22 की मान्यता निलंबित की गई है। हालांकि कॉलेज संचालकों ने कोर्ट में अथवा शासन स्तर पर अपना पक्ष रखने के लिए मौका न मिलने की बात कही है।
जांच में इस तरह हुआ खुलासा : कोरोना संकट के दौरान जब संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी तो अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ गए थे। ग्वालियर के अधिवक्ता उमेश बोहरे ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की। कोर्ट ने 10 सदस्यीय जांच समिति बनाकर नर्सिंग कॉलेजों की जांच करने के निर्देश दिए, लेकिन नर्सिंग कॉलेजों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील कर दी। तर्क दिया कि नर्सिंग काउंसिल की समिति जांच करती है, उसी के जरिए जांच कराई जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जब जांच हुई तो हकीकत सामने आ रही है।
Created On :   25 Aug 2022 3:54 PM IST