कोरोना के खिलाफ रांची हवाई अड्डा निभा रहा है अहम भूमिकाआवश्यक चिकित्सा उपकरणों और सामग्री की निर्बाध आवाजाही जारी!
डिजिटल डेस्क | नागरिक उड्डयन मंत्रालय कोरोना के खिलाफ रांची हवाई अड्डा निभा रहा है अहम भूमिका आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और सामग्री की निर्बाध आवाजाही जारी| कोरोना महामारी से निपटने के लिए देश के हवाई अड्डों को तैयार किया गया है और इस आपदा के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाकर देश की मदद कर रहे हैं। रांची हवाई अड्डे पर चिकित्सा उपकरण और आवश्यक सामग्री जैसे ऑक्सीजन टैंकर, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, नोजल, कोविड-19 वैक्सीन, इंजेक्शन, टेस्टिंग किट और दवाओं की आसान आवाजाही की सुविधा है। एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि आवश्यक सामग्रियों की आवाजाही को बिना किसी देरी के प्राथमिकता पर पूरा किया जाए।
देश के लिए ऑक्सीजन संकट को दूर करने के लिए रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर यह मुहिम 24 अप्रैल से शुरू हुई और 8 मई 2021 तक भारतीय वायु सेना के 100 विमानों में कुल 139 ऑक्सीजन टैंकरों को ले जाया गया। भारतीय वायु सेना के विमान जैसे सी-17, सी-130 जे, एएन 32, आईएल 76 और अन्य छोटे विमान नियमित अंतराल पर आवश्यक सामग्री के परिवहन में मदद करते रहे हैं। इसके अलावा, टीम रांची हवाई अड्डा इस दौरान केंद्र और राज्य सरकारों के निर्देशों के अनुसार सभी कोविड-19 संबंधित दिशा-निर्देशों और प्रोटोकॉल का भी पालन कर रही है। एयरपोर्ट प्रबंधन सभी यात्रियों, हितधारकों, आगंतुकों और कर्मचारियों से लगातार अनुरोध करता रहा है कि वे हमेशा कोविड के उचित व्यवहार का पालन करें और भीड़ को कम करने के लिए समय अंतराल बनाए रखें।
हवाई अड्डे पर मौजूद सभी लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के नियम का पालन करने की सख्त सलाह दी गई है। दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के लिए दंडात्मक प्रावधान भी लागू हैं। यह संदेश प्रसारित करने के लिए हवाई अड्डे पर कई इलेक्ट्रॉनिक और स्थायी डिस्प्ले लगाए गए हैं जिनके माध्यम से निर्देश प्रदर्शित किए जा रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य कोविड उपयुक्त व्यवहार को प्रोत्साहित करना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता उत्पन्न करना है। फोटो: रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर भारतीय वायुसेना का एक एयरक्राफ्ट|
Created On :   11 May 2021 3:04 PM IST