रेलवे के अधिकारियों ने अवैध वेंडरों पर अंकुश लगाने खोजा नया तरीका
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। स्टेशन से लेकर ट्रेन तक अवैध वेंडरों का कारोबार फैला हुआ है। इन पर अंकुश लगाना न ताे काॅमर्शियल विभाग के वश में है और न ही आरपीएफ और जीआरपी ही इन्हें पकड़ने में सफल हो रही है। इन पर अंकुश लगाने अब रेलवे के काॅमर्शियल विभाग ने नया फंडा अपनाया है। इस नए तरीके से विभाग का राजस्व आँकड़ा भी पूरा किया जा रहा है।
जबलपुर मंडल के मुख्य स्टेशन से लेकर सतना के बीच व दूसरी ओर पिपरिया तक पिछले माह में सैकड़ा वेंडरों पर नया तरीका अपना कर बिना टिकट यात्री की टिकट बनाकर पेनाल्टी लगाई गई है। गौरतलब है कि प्लेटफाॅर्म और ट्रेनों में अवैध वेंडरों का कारोबार किसी से छिपा नहीं है। इनके द्वारा खान-पान की सामग्री बेचने से लेकर ट्रेनों में प्रतिबंधित सामग्री आसानी से मुहैया कराई जा रही है। स्टेशनों के आसपास बेस किचन बनाकर ये ट्रेनों में धड़ल्ले से खाद्य सामग्री यात्रियों तक पहुँचा रहे हैं। इन पर समय-समय पर कार्रवाई तो होती है मगर इन पर अंकुश लगाना रेलवे प्रशासन के अलावा सुरक्षा कर्मियों के वश में भी नहीं है।
आरपीएफ व काॅमर्शियल विभाग में तालमेल का अभाव
जानकारों का मानना है कि अवैध वेंडरों के मामले में रेलवे के काॅमर्शियल विभाग और आरपीएफ के बीच तालमेल की कमी बताई जा रही है। पूर्व में अनेक कार्रवाइयाँ संयुक्त रूप से की गईं, मगर पिछले कुछ माह से इनके द्वारा अवैध वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई एकदम शांत है। वहीं काॅमर्शियल विभाग अब कार्रवाई कर अवैध वेंडरों को आरपीएफ को सौंपने की बजाय खुद पेनाल्टी की कार्रवाई को अंजाम दे रहा है।
बिना टिकट यात्री की टिकट बना रहे
सूत्र बताते हैं कि काॅमर्शियल विभाग द्वारा अपना राजस्व बढ़ाने नित नए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब यह नया फाॅर्मूला अपनाया जा रहा है कि जब कभी अवैध वेंडर पकड़े जा रहे हैं तो उन्हें आरपीएफ के हवाले करने की बजाय उनकी बिना टिकट यात्रा करने पर एक निर्धारित दूरी की टिकट बनाई जा रही है, साथ ही उनमें पेनाल्टी तक लगाई जा रही है।
टीटी को दिया गया टारगेट
विभाग द्वारा राजस्व टारगेट पूरा करने की मंशा से हर टीटी को इस बात के मौखिक आदेश दिए गए हैं कि अवैध वेंडरों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए बिना टिकट सफर करने के दौरान जो पेनाल्टी की कार्रवाई की जाती है वही प्रक्रिया अपनाई जाए।
Created On :   1 May 2023 2:44 PM IST