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काटेपूर्णा बांध पर 7 हजार हेक्टर रबी का लक्ष्य
डिजिटल डेस्क, महान। बार्शिटाकली तहसील अंतर्गत आने वाले महान स्थित काटेपूर्णा बांध के जल से 7 हजार हेक्टर रबी का सीजन होगा। सिंचाई विभाग ने इस इस सीजन का नियोजन कर दिया है। जिससे किसानों राहत मिल गई है। अकोला जिले में 10 गेट वाला काटेपूर्णा बांध सबसे बड़ा बांध है। इस बांध पर 2022/2023 इस साल के लिए 7 हजार हेक्टर क्षेत्र पर रबी के सीजन का नियोजन सिचाई विभाग ने किया है। जिससे किसान संतोष जता रहे हैं। रबी के लिए काटेपूर्णा बांध के जल पर 8325 हेक्टेयर सींचाई क्षेत्र है। बीते साल 2021/2022 में इस बांध पर 6500 हेक्टेयर पर रबी के गेंहु, चना की बुवाई किसानों ने की थी। इस साल परवाना धारक किसानों को रबी की बुवाई के लिए काटेपूर्णा बांध के सिंचन वॉल्व में से 23 नवंबर से नहर में जल छोड़ना शुरू किया गया और आगे 20 दिन तक पानी छोड़ना जारी रहेगा। 2021/2022 में महान बांध पर 6500 हेकटेयर क्षेत्र पर रबी की पैदावर हुई। परंतू इस बार 500 हेक्टेयर क्षेत्र बढ़ाकर अब वह 7000 हेक्टेयर किया गया। बांध से छोड़े जाने वाला पानी खांबोरा, उन्नई बंधारा अंतर्गत 64 खेड़ी गावों को पिने के लिए और परवाना धारक किसानों को रबी के लिए दिया जाएगा। 31 मार्च 2023 के आगे बांध के सिंचाई वाल्व में से पानी छोड़ना बंद किया जाएगा। नहर में पानी छोड़े जाने से नदी नहर के किनारे वाले कुढ का जलस्तर भी बढ़ गया है। इस साल बारिश अच्छी होने से बांध शतप्रतिशत भर गया है। कई बांर बांध के गेट खोलकर नदी में जल विसर्ग भी करना पड़ा है। इस बार 23 नवंबर से ही बांध में से पानी छोड़ा जा रहा है। सैकड़ो किसानों ने चना, गेंहू की बुवाई शुरू की है।
कपास उखाड़कर गेहूं, चने की बुवाई
परिसर में ऐसे कई किसान है जिन्होंने कपास की फसल उखाड़ फेंकी और उसकी जगह चना और गेहूं की बुवाई शुरू की है। इस साल रबी की बुवाई पर किसानों को अधिक रूझान देखते हुए सिंचाई विभाग ने 7000 हेक्टेयर पर रबी की पैदावर का नियोजन किया है। इसी नियोजन के अनुसार ही रबी के लिए बांध से पानी छोड़े जाने से किसानों के चेहरे पर खुशी और संतोष के भाव नजर आ रहे हैं।
इस बार बढ़ाया सिंचाई क्षेत्र
विशाल कुलकर्णी,उपकार्यकारी अभियंता,महान बांध के मुताबिक महान बांध से 8325 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र है। बीते साल 6500 हेक्टेयर पर रबी की बुवाई की गई थी। लेकिन इस साल बांध के जल संग्रह की स्थिति को ध्यान में रखते हुए 500 हेक्टेयर क्षेत्र बढ़ाया गया है।
सिंचाई विभाग का सहयोग
अब्दुल रशिद शेख, किसान ,महान के मुताबिक खरीफ के मौसम में अतिवृष्टि के कारण फसलों का नुकसान हुआ। लेकिन बांध में जलसंग्रह पर्याप्त होने से इस बार रबी के मौसम में चने की फसल की पैदावार ली है। अच्छे उत्पादन की आशा है।
Created On :   2 Dec 2022 7:16 PM IST