निजी कोविड अस्पताल परिसर में धरने पर बैठा पेशेंट

Private patient sitting on strike in Kovid Hospital campus
निजी कोविड अस्पताल परिसर में धरने पर बैठा पेशेंट
निजी कोविड अस्पताल परिसर में धरने पर बैठा पेशेंट



- लैब की गलत रिपोर्ट पर दर्ज कराया विरोध, कार्रवाई की मांग
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कोविड मरीजों के लिए रानी कोठी को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है। अस्पताल परिसर में मंगलवार दोपहर एक बुजुर्ग कोविड पेशेंट धरने पर बैठ गए। बुजुर्ग ने अस्पताल द्वारा निजी लैब के माध्यम से कराए जा रहे ब्लड टेस्ट की गलत रिपोर्ट का विरोध दर्ज कराया। धरना प्रदर्शन की सूचना पर देहात पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश के बाद मामला शांत कराया।
बिंद्रा कॉलोनी निवासी 66 वर्षीय रमेश साहू कोविड का इलाज कराने लगभग बीस दिन पूर्व रानी कोठी स्थित अस्पताल में भर्ती हुए थे। अस्पताल द्वारा 4 मई को ऑस लैब से उनकी डी डायमर की जांच कराई गई थी। रिपोर्ट डी डायमर की वैल्यू 8000 आई थी। संदेह होने पर उन्होंने 5 मई को केयर लैब से दोबारा जांच कराई। यहां से जारी डी डायमर की वैल्यू 1200 आई। तब लगा मशीनरी गलती से रिपोर्ट गलत हो गई होगी। लेकिन 9 मई को दोबारा इसी लैब से अस्पताल प्रबंधन ने ब्लड की जांच कराई। रिपोर्ट में डी डायमर वैल्यू 7500 आई। उन्होंने 10 मई को एक बार फिर केयर लैब से जांच कराई। यहां से जारी रिपोर्ट में डी डायमर वैल्यू 660 आई। निजी लैब से लगातार गलत जांच रिपोर्ट जारी की जा रही है। इस लापरवाही के विरोध में बुजुर्ग धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि लैब की इस तरह की लापरवाही से लोगों का जीवन खतरे में है। वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा भी गलत रिपोर्ट का भी शुल्क बिल में जोड़ा जा रहा हैं। धरने की सूचना मिलने पर देहात थाना प्रभारी महेन्द्र भगत ने बुजुर्ग को समझाइश देकर मामला शांत कराया और उन्हें घर भेजा।
पहली रिपोर्ट के आधार पर इलाज होता तो गंभीर होते परिणाम-
बुजुर्ग के बेटे आशीष साहू का कहना है गनीमत है कि डॉक्टर की सलाह पर हमारे द्वारा दोनों बार दूसरी लैब से क्रास चैक कराया गया। जिससे सही रिपोर्ट हासिल हो पाई। यदि पहली बार में डी डायमर वैल्यू 8000 मानकर पिता का इलाज कराया होता तो उनकी जान को खतरा था। आशीष साहू ने इस मामले की देहात थाना और जिला प्रशासन से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।  
क्या कहते हैं प्रबंधक-
- हमारे द्वारा पेशेंट को बेहतर इलाज दिया गया है। पेशेंट को लैब से जारी रिपोर्ट को लेकर असंतोष था। लैब की जांच शुल्क भी हमारे द्वारा नहीं लिया गया है।
- श्रद्धा शर्मा, प्रबंधक, कोविड अस्पताल
- मशीन से जांच में डी डायमर की जो वैल्यू आई थी। वहीं रिपोर्ट जारी की गई है। हमारे द्वारा जांच में किसी प्रकार से लापरवाही नहीं बरती गई।
- शोभना जैन, प्रबंधक, ऑस लैब

Created On :   11 May 2021 10:59 PM IST

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