बिना टेंडर लगा दिए 50 लाख के पोल, मामला सामने आने के बाद निगम में बवाल

Polls worth 50 lakhs without putting up tender, after the matter came to light, there was a ruckus in the corporation
बिना टेंडर लगा दिए 50 लाख के पोल, मामला सामने आने के बाद निगम में बवाल
छिंदवाड़ा बिना टेंडर लगा दिए 50 लाख के पोल, मामला सामने आने के बाद निगम में बवाल

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। निगम में जारी खींचतान के बाद एक फर्जीवाड़ा सामने आया है। बिना टेंडर और प्रशासकीय स्वीकृति के नागपुर रोड पर 50 लाख के विद्युत पोल लगा दिए गए। आपको को बताते दे कि फर्जीवाड़े के ये पोल विद्युत शाखा के सभापति के वार्ड में लगाए गए हैं। मामला सामने आने के बाद निगम में पिछले चार दिनों से बवाल मचा ुहुआ था। इस मामले में मंगलवार को सामने आए भाजपा नेताओं ने उपायुक्त से इस मामले की शिकायत कर जांच की मांग की है।

मामला नागपुर रोड इमलीखेड़ा चौक शराब भट्टी के सामने का है। बताया जा रहा है कि बिना अनुमति के 10 विद्युत पोल यहां लगा दिए गए। जिसकी तकरीबन लागत 50 लाख के रुपए के आसपास की है। बिना टेंडर के काम करने की जानकारी जब भाजपा नेताओं को लगी तो वे शिकायत लेकर उपायुक्त ईश्वरसिंह चंदेली के पास पहुंच गए। भाजपा नेताओं का आरोप था कि विद्युत विभाग की सभापति को लाभ पहुंचाने के लिए इस पोल को लगाया जा रहा है। जबकि निगम में इस काम की कोई स्वीकृति नहीं ली। अफसरों को भी पूरे मामले की जानकारी नहीं थी। मामला सामने आने के बाद निगम अफसर भी बेकफुट में आ गए। अब मामले में जांच की बात कही जा रही है।

इन्होंने की शिकायत 

बिना अनुमति लगाए गए पोल की शिकायत मंगलवार को भाजपा नेता विजय पांडे, शिव मालवी, हरिओम सोनी, अभिलाष गौहर सहित अन्य पदाधिकारियों ने की।

इनका कहना है...

इस मामले में नगर निगम महापौर विक्रम अहके ने कहा कि मामला मेरी जानकारी में फिलहाल नहीं है। भाजपा नेताओं द्वारा क्या शिकायत की गई है। ये जल्द ही संज्ञान में लूंगा। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो इस मामले की जांच जल्द करवाई जाएगी।

वहीं विद्युत विभाग के सभापति श्रद्धा बबला माहोरे ने कहा, "इमलीखेड़ा चौक से लेकर अमित ठेंगे द्वार तक सर्वे कराकर टेंडर प्रक्रिया करने के निर्देश दिए हैं। ठेकेदार द्वारा पोल लगा दिया गया था। लेकिन ठेकेदार को टेंडर प्रक्रिया करने के बाद ही कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।"

इसके अलावा भाजपा पार्षद दिवाकर सदारंग ने कहा कि निगम में पारदर्शिता पूर्ण प्रशासन चलाने की बात करने वाली कांग्रेस के घोटाले अब सामने आने लगे हैं। अफसरों को भी जानकारी नहीं है और बिना निविदा के काम करवाए जा रहे हैं।

जबकि नगर निगम के ईई ईश्वरसिंह चंदेली का कहना है कि पोल लगाने की कोई निविदा नहीं निकाली गई है। शिकायत प्राप्त हुई है। जिसकी जांच करते हुए इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

Created On :   21 Sept 2022 6:07 PM IST

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