कोर्ट से अब नहीं मिलेगी तारीख पर तारीख, पुलिस ने तैयार किया ऑपरेशन प्रहार

Police started operation prahar to resolve the pending cases
कोर्ट से अब नहीं मिलेगी तारीख पर तारीख, पुलिस ने तैयार किया ऑपरेशन प्रहार
कोर्ट से अब नहीं मिलेगी तारीख पर तारीख, पुलिस ने तैयार किया ऑपरेशन प्रहार

डिजिटल डेस्क, उमरिया। उमरिया पुलिस ने लंबित आपराधिक प्रकरण में फरियादी को जल्द न्याय दिलाने की दिशा में नया प्रयोग किया है। इस नवाचार को आपरेशन प्रहार का नाम दिया गया है। यह ऑपरेशन दरअसल एक साफ्टवेयर आधारित रहेगा। इसमे जिले के ऐसे केसेज के डाटा कलेक्ट होंगे, जिनकी सुनवाई सेशन कोर्ट में चल रही है। एक बार इसके अपडेट होते ही समय रहते मैसेजिंग के माध्यम से अफसर को केस की जानकारी मिल जाएगी। तारीख पर तारीख प्रक्रिया की बजाए पुलिस व अभियोजन अधिकारी ज्यादा पुख्ता तैयारी से केस को अंजाम तक पहुंचा सकेंगे।

माना जा रहा है कि स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में इस नए कदम से पुलिस के साथ ही कोर्ट डीपीओ व अन्य को मदद मिलेगी। साथ ही साफ्टवेयर के माध्यम से उन्हें केस की जानकारी भी मिल सकेगी। एसपी ने एक्सपर्ट्स की मदद से डाटा कलेक्टिंग, फीडिंग व क्रियान्वयन का कार्य शुरु करा दिया है। निर्धारित संरचना के तहत कोडिंग प्रक्रिया होते ही अगले हफ्ते से इसका उपयोग शुरु कर दिया जाएगा। अपराधियों को त्वरित सजा दिलाने पुलिस विभाग में प्रदेश का नया प्रयोग बताया जा रहा है। इसके उपयोग से साक्षियों के समय पर बयान, गवाहों के तोड़ मरोड़ तथा अपराधियों को सजा दिलाने का प्रतिशत सुधरने की संभावना है।

चल रहे 150 केस
वर्तमान में पुलिस विभाग के तकरीबन 150 केस सेशन कोर्ट में चल रहे हैं। इनमे महिला संबंधी, एससी/एसटी, पाक्सो, दुराचार, हत्या और लूट, डकैती जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। यदि इनमे विवेचक व अभियोजन के माध्यम से लगातार प्रक्रियाधीन कार्य हो तो अपराधियों को जल्द सजा मिलेगी। इसलिए पुलिस ने इस पर कार्य शुरु कर अभी करीब 80 केस अपलोड भी कर डाले हैं।

ये जुड़ेंगे, ऐसे होगा कार्य
पुलिस विभाग अभी मूलभूत ढांचा तैयार कर डाटा एकत्र कर रहा है। साफ्टवेयर में मूलत: पुलिस अधीक्षक स्वयं इसकी मानीटरिंग करेंगे। निर्माण के बाद इसे संचालन का तरीका सार्वजनिक किया जाएगा। प्रभावी रूप से अमल में लाने के लिए एसपी, संबंधित थाना प्रभारी, विवेचक, डीपीओ, एडीपीओ व अन्य आवश्यक लोगों को प्रहार साफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा।

इनका कहना है 
इस साफ्टवेयर का उद्देश्य नतीजों की तीव्रता में सुधार लाते हुए गंभीर अपराध में जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए।
सचिन शर्मा, पुलिस अधीक्षक उमरिया।

 

Created On :   3 April 2019 1:22 PM IST

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