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पीड़ित को कोतवाली में पुलिस ने पट्टों व लातों से पीटा, जब बेहोश हो गई तो मां को अंदर बुलाया
डिजिटल डेस्क, छतरपुर। शहर में 13 साल की अनुसूचित जाति वर्ग की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के मामले में शर्मनाक खुलासा हुआ है। सिटी कोतवाली पुलिस ने पीड़ित बालिका को संरक्षण देने के बजाय उसके साथ बेहद अमानवीय व्यवहार किया। पीड़ित को थाने में रातभर लॉकअप में बंद करके बयान बदलने का दबाव बनाया। जब नाबालिग अपने बयान पर अडिग रही तो महिला पुलिसकर्मी और एक पुलिस अधिकारी द्वारा पट्टों और लातों से मारपीट की गई। नाबालिग ने बाल कल्याण समिति की न्यायपीठ के समक्ष इस संबंध में बयान दिया है। न्यायपीठ ने पुलिस के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कलेक्टर को पत्र भी लिखा है।
रातभर पीड़ित को थाने में रखकर पीटा
पीड़ित नाबालिग ने बाल कल्याण समिति न्याय पीठ (सीडब्ल्यूसी) को दिए बयान में बताया कि 30 अगस्त को आरोपी के चंगुल से छूटने के बाद वह मां के साथ पुलिस के पास आरोपी की शिकायत लेकर गई थी। कोतवाली में एक पुलिस वाली मैडम जो नीली वर्दी पहने थीं, उससे बार-बार घटना के बारे में पूछ रही थीं। जब बार-बार वही घटना के बारे में बताने से इनकार किया तो पूछताछ करने वाली महिला पुलिस और एक अन्य पुलिस अधिकारी ने पट्टों से मारपीट की। इसके बाद उसे जमकर लातें मारीं। नाबालिग ने सीडब्ल्यूसी को दिए बयान में बताया कि उसके साथ इतनी अधिक मारपीट की गई कि वह बेहोश हो गई। नाबालिग ने बताया कि इसके बाद उनकी मां को भीतर बुलाया और मां ने पानी से उसका मुंह धोया, तब वह होश में आई। मां ने पूछा खाना खाओगी तो पीड़ित ने मना कर दिया। इसके बाद उसे रातभर से लेकर सुबह 10.30 बजे तक थाने में रखा गया।
आरोपी को पीड़ित के घर लेकर वर्दी में पहुंचे टीआई
सीडब्ल्यूसी न्यायपीठ ने बताया कि शनिवार को रात 8.00 बजे न्यायपीठ नाबालिग की काउंसिलिंग करने उनके घर पहुंची। इस न्यायपीठ में सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष जगदीश सोनी, वरिष्ठ सदस्य अफसर जहां, सौरभ भटनागर शामिल थे। जब काउंसिलिंग की जा रही थी, इसी बीच सिटी कोतवाली टीआई अनूप यादव वर्दी पहनकर साथ में आरोपी बाबू खान को लेकर पीड़ित के घर पहुंच गए। न्यायपीठ को पीड़ित के घर पर देखकर टीआई अनूप यादव भड़क गए। इस पर सीडब्ल्यूसी न्यायपीठ ने टीआई से कहा कि आप आरोपी को लेकर पीड़ित के घर कैसे आ गए? इस पर टीआई ने कहा कि वे आरोपी की शिनाख्त कराने आए हैं। इस पर जब न्यायपीठ सदस्य सौरभ भटनागर ने कहा कि आप आरोपी और पीड़ित को आमने-सामने नहीं ला सकते हैं। साथ ही आप नाबालिग के बयान वर्दी में नहीं ले सकते हैं तो टीआई सदस्यों से ही अभद्र व्यवहार करने लगे। न्यायपीठ के अनुसार टीआई अनूप यादव ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद न्यायपीठ सदस्यों ने रात में ही इस मामले की सूचना कलेक्टर संदीप जीआर को दी और टीआई पर नशा करने का आरोप लगाते हुए, उनका मेडिकल कराने की मांग की। कलेक्टर संदीप जीआर ने मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने अपर कलेक्टर को मामले की जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
क्या है मामला : दुष्कर्म पीड़ित की 2 एफआईआर, दोनों में अनेक गड़बड़ी की
गौरतलब है कि 27 अगस्त को एक 13 साल की नाबालिग घर से गायब हो गई थी। पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर 28 अगस्त को गुमशुदगी तो कायम कर ली, लेकिन एफआईआर में 13 साल की बच्ची की उम्र 18 साल दर्शा दी। इसके बाद जब बच्ची 30 अगस्त को बरामद हुई तो उसने बाबू खान द्वारा दुष्कर्म किए जाने के आरोप लगाए। पुलिस ने लेटलतीफी करते हुए दो दिन बाद दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज की। इस एफआईआर में भी बच्ची की उम्र 17 साल लिख दी गई, जबकि आधार कार्ड में बच्ची की उम्र 13 साल अंकित है। एफआईआर में भी बच्ची के तीन दिन तक अपहृत रहने का जिक्र नहीं है। इस पर भाजपा नेता बृजेश राय ने कोतवाली पुलिस पर एफआईआर में गड़बड़ी और केस को हलका करने के गंभीर आरोप लगाए थे। अब पीड़ित नाबालिग पुलिस द्वारा बुरी तरह मारपीट करने के आरोप लगाए हैं।
पीड़ित के घर बयान लेने गए, राजनीति कर रहे लोग : टीआई
पीड़िता के बयान हो चुके हैं। मुझे फरियादी का घर भी मालूम नहीं था। आरोपी शनिवार को पकड़ा गया है, इसलिए रात में पुलिस गवाही लेने के लिए फरियादी के घर गई थी। जहां बाल कल्याण समिति के सदस्य पहले से बैठे हुए थे, जिन्होंने पीड़ित के भाई को गवाही देने से मना किया, इसी बात को लेकर उन लोगों से बहस हो गई। पुलिस मामले की जांच के लिए स्वतंत्र है। आरोपी को कड़ी सजा मिले, इसके लिए पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। पीड़ित परिवार कार्रवाई से संतुष्ट है, उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। कुछ लोग राजनीति कर मामले को तूल पकड़ा रहे हैं।
-अनूप यादव, टीआई, कोतवाली
Created On :   5 Sept 2022 12:28 PM IST