डेढ़ करोड़ से किया जाएगा पौधरोपण, शुद्ध होगी आबोहवा
डिजिटल डेस्क,सिवनी। कोरोना काल के दौरान जिस तरह से ऑक्सीजन की मारामारी मची थी उसने सभी को प्राणवायु के महत्व से भली भांति अवगत करा दिया। इसके साथ ही इन दिनों मौसम परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग भी एक बड़ा मुद्दा है। मौसम समय से पहले आ रहे हैं और सर्दियों में अधिक सर्दी, गर्मी में अत्याधिक गर्मी और बारिश में अत्याधिक बरसात जैसे हालातों का सामना करना पड़ रहा है। वनों की अंधाधुंध कटाई से वन क्षेत्र भी कम होता जा रहा है। खासकर शहरी बस्तियों में पेड़ पौधे कम ही देखने को मिलते हैं। इन सभी समस्याओं के मद्देनजर शासन ने नगर वन योजना शुरु की है। जिले में सिवनी और लखनादौन में कुल 55 हेक्टेयर क्षेत्र में वन क्षेत्र बनाए जा रहे हैं।
55 हेक्टेयर में होगा पौधरोपण
जिले में नगर वन योजना के अंतर्गत शासन ने दो स्थानों को चयनित करते हुए 55 हेक्टेयर के क्षेत्र में पौधरोपण के कार्य कराना प्राथमिक तौर पर प्रारंभ कर दिया है। दक्षिण सामान्य वन मंडल सिवनी के अंतर्गत वैष्णोंदेवी मंदिर सीलादेही में 40 हेक्टेयर भूमि का चयन कर 109.82 लाख रुपए की कार्य योजना तैयार की गई है। वहीं उत्तर सामान्य वन मंडल के अंतर्गत अनुविभाग लखनादौन के कंपाटमेंट आरएफ 1219 के 15 हेक्टेयर में 42 लाख रुपए से पौधारोपण कार्य कराए जाएंगे।
मिल चुका है आवंटन
नगर वन योजना के तहत सिवनी शहर व लखनादौन में पारिस्थितिक कायाकल्प किया जाएगा। जिसके लिए स्थान का चयन भी किया गया हैं। योजना के तहत सिवनी व लखनादौन नगरीय क्षेत्र में पौधारोपण के कार्य कराए जाएंगे। नगर वन योजना के तहत आवंटन भी प्राप्त ही चुका है और कार्य भी प्रारंभ हो चुके हैं।
वातावरण पर असर डालेगा नगर वन -सिवनी शहर में अनेक तालाब और कंपनी गार्डन है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके कारण आसपास के इलाकों का तापमान दो-तीन डिग्री तक कम रहता है।
इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध जनसंख्या के मुताबिक ऑक्सीजन प्राप्त हो जाती है। दूसरे शहरों की तुलना में सिवनी शहर में अधिक पेड़ पौधे हैं। जिसके कारण गर्मियों में यहां का तापमान बहुत कम बार ही 40 डिग्री के पार जाता है। बीते दिनों में भी नर्मदा किनारे पौधरोपण और अन्य दूसरे आयोजन शासन, प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं आदि के द्वारा किए गए लेकिन बाद में सही देखरेख न होने के कारण अनेक पौधे सूख गए। शहर वन योजना से नागरिकों की अपेक्षा है कि जब तक पौधे पेड़ का रूप न ले लें तब तक इनकी देखरेख का इंतजाम किया जाए। इसके साथ ही पौधों को नुकसान पहुंचाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई हो।
क्या है नगर वन योजना
नगर वन योजना की शुरुआत ही इस सोच के साथ हुई कि यदि सभी शहरों में एक जंगल हो या गहन वन हो तो वो कितना प्रदूषण सोखेंगे। नगर वन योजना की शुरुआत केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यानि 5 जून 2020 को की थी। इस योजना के तहत चुने गए 200 शहरों में प्रत्येक शहर में नगर पालिका परिषद के साथ मिलकर एक सिटी फ ॉरेस्ट का निर्माण करना है।
इनका कहना है
नगर वन योजना के तहत सीलादेही में पौधरोपण हेतु प्राथमिक स्तर के काम शुरु कर दिए गए हैं। यह तीन साल की योजना है। बारिश में पौधे लगाए जाएंगे।
सुदेश महिवाल,वनमंडल अधिकारी (दक्षिण सामान्य वन मंडल)
Created On :   10 Feb 2023 2:09 PM IST