स्कूल में आने की सख्ती नहीं अभिभावकों की अनुमति आवश्यक

Permission of the parents is necessary to send school
स्कूल में आने की सख्ती नहीं अभिभावकों की अनुमति आवश्यक
भंडारा स्कूल में आने की सख्ती नहीं अभिभावकों की अनुमति आवश्यक

डिजिटल डेस्क, भंडारा। लगभग डेढ़ वर्ष के लंबी अवधि के बाद जिले के ग्रामीण तथा शहरी परिसर की प्राथमिक शालाएं बुधवार, 1 दिसंबर से शुरू होने जा रही हैं। यह शालाएं शासन के निर्देशों व नियमों के अनुसार खोली जा रही हैं। हालांकि अभिभावकों की अनुमति होने पर ही विद्यार्थी शालाओं में आ सकेंगे। इस संबंध में सोमवार शाम को राज्य स्तर से देरी से दिशा निर्देश प्राप्त होने से शिक्षा विभाग की जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाली सभा मंगलवार को नहीं हो सकी। यह सभा आने वाले समय में होगी। कोरोना के चलते विद्यार्थी लगभग डेढ़ वर्ष से घर में ही रहे। लेकिन अब स्थिति सामान्य होने लगी तो राज्य शासन ने प्राथमिक से लेकर ग्रामीण व शहरी सभी शालाओं को शुरू करने के आदेश जारी किए हंै। जिले में कोरोना के दो सक्रिय मरीज बचे हैं। इस बिच जिला स्तर पर कोरोना के नए वैरिंएट ओमिक्रोन से बचने के लिए नियमों का पालन करने का आह्वान किया है। बुधवार 1 दिसंबर से प्राथमिक शालाएं शुरू हो जाएगी। जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग द्वारा इसे लेकर सूचनाएं जारी की है। शाला शुरू होने से पूर्व जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाली सभा राज्य शासन का दिशा निर्देश विलंब से मिलने से नहीं हो पायी। विद्यार्थियों को स्कूल आने की सख्ती नहीं होगी। अभिभावकों को विश्वास में लेकर ही उनकी अनुमति अनुसार विद्यार्थी स्कूल में आ सकेंगे। सभी स्कूल के मुख्याध्यापकों को कोरोना नियमों का पालन करना होगा। इससे जुडी सूचना दी गई है।

मनोहर बारस्कर, शिक्षाधिकारी, (प्राथमिक) जिला परिषद के मुताबिक सोमवार शाम को शाला शुरू करने संदर्भ राज्य शासन का आदेश मिला। कोरोना के नियमों का पालन करते हुए शालाएं शुरू होगी। विद्यार्थियों को शाला में आने सख्ती नहीं की जाएगी। अभिभावकों की अनुमति लेकर ही वह शाला में आ सकेंगे। शालेए कर्मचारी तथा विद्यार्थी कोरोना नियमों का पालन करें।

Created On :   1 Dec 2021 6:44 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story