- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- कलेक्टर ने मिलने के लिए 1 घंटे का...
कलेक्टर ने मिलने के लिए 1 घंटे का समय तय किया, लोगों ने कहा यह नहीं चलेगा
डिजिटल डेस्क, शहडोल। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई बंद कर दी गई है, वहीं कलेक्टर ने लोगों से मिलने का सिर्फ एक घंटे का समय निर्धारित कर दिया है। इसके चलते दूर-दूराज से आने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। मंगलवार को कलेक्टर के नहीं मिलने पर कुछ लोगों ने उनके चैंबर के बाहर ही हंगामा कर दिया। उनका कहना था यह नहीं चलेगा। हमारी समस्या कलेक्टर नहीं सुनेंगे तो कौन सुनेगा। बाद में कलेक्टर ने एसडीएम ब्यौहारी को भेजकर सभी के आवेदन लिए।
जनसुनवाई बंद होने की जानकारी नहीं है
दरअसल, हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई बंद होने की जानकारी दूर-दराज के लोगों को नहीं है। वे अपनी समस्याएं लेकर नियमित रूप से पहुंचते हैं। दूसरी ओर जिला प्रशासन ने इसका कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किया है। लोग आवेदन लेकर आते हैं और कलेक्टर चैंबर के बाहर बैठे रहते हैं। बाद में उनको कह दिया जाता है कलेक्टर साहब नहीं मिलेंगे। मंगलवार को भी करीब दो दर्जन लोग सुबह 11 बजे से आवेदन लेकर चैंबर के बाहर बैठे हुए थे। जब एक बजे तक उन्हें कलेक्टर से नहीं मिलने दिया गया तो उन्होंने हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि बिना कलेक्टर से मिले नहीं जाएंगे। आखिर कलेक्टर हमारी समस्याएं क्यों नहीं सुनते हैं। रोज-रोज आकर परेशान हो गए हैं।
12 से 1 बजे का समय
कलेक्टर कार्यालय में जगह-जगह नोटिस चस्पा है कि कलेक्टर महोदय के मुख्यालय में रहने पर सिर्फ 12 बजे से एक बजे के बीच ही लोगों से मुलाकात करेंगे। इस फरमान से कर्मचारी भी वाकिफ हैं, इसलिए 1 बजे के बाद कोई पर्चा लेने से ही मना कर देते हैं। इस एक घंटा के चक्कर में कुछ लोग दो-तीन दिन से परेशान हो रहे हैं। वे आते हैं, एक बजे तक इंतजार करते हैं, लेकिन उनका नंबर नहीं लगता फिर मुलाकात का दौर खत्म हो जाता है।
तीन दिन से परेशान हूं
मंगलवार को जब एक बजे तक मुलाकात नहीं हो पाई तो शहडोल के वार्ड 27 निवासी संजना चैंबर के बाहर जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसका कहना था कि एक बजे तक इंतजार किया, लेकिन कलेक्टर से मुलाकात नहीं हुई। अब कह देंगे 1 बज गए हैं। पिछले तीन दिन से यही हो रहा है। आज मैं मिलकर ही जाऊंगी चाहे जो हो जाए। उसके पीछे ही अन्य आवेदनकर्ता भी पहुंच गए। देखते ही देखते हंगामा होने लगा। संजना की शिकायत है कि उसके घर के पास अवैध रूप से निर्माण कार्य चल रहा है। इसकी शिकायत करनी है, लेकिन कोई सुनने वाला ही नहीं है।
एसडीएम ने लिए आवेदन
जब हंगामा बढ़ने लगा तो कलेक्टर ने तत्काल एसडीएम ब्यौहारी को बाहर को भेजा। उन्होंने लोगों को समझाते हुए सभी आवेदन लिए। सभी को उसकी पावती भी दी। बताया जाता है कि बाद में कलेक्टर ने सभी आवेदनों को देखा भी है और संबंधित अधिकारियों से कार्रवाई के संबंध में चर्चा की है।
इनका कहना है
अंदर मीटिंग चल रही थी, इसलिए कलेक्टर लोगों से नहीं मिल पाए। बाद में सभी आवेदन ले लिए गए थे। सभी को पावती भी दिलाई गई। इन आवेदनों को कलेक्टर ने देखा है। कार्रवाई भी की जाएगी।
पीके पांडेय, एसडीएम ब्यौहारी
Created On :   3 April 2019 1:21 PM IST