पाटील बोले - फडणवीस ने किया बड़ा त्याग, हिंदुत्व के लिए लड़ने वाले को बनाया सीएम
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना के बागी विधायकों और भाजपा के समर्थन से गठित हुई नई सरकार में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री न बनाए जाने से पार्टी के भीतर उपजे गुस्से को प्रदेश भाजपा अब शांत करने में जुट गई है। शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद न लेकर बहुत बड़ा त्याग किया है। उन्होंने कहा कि शिंदे साल 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री फडणवीस के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री थे। अब फडणवीस ने शिंदे की सरकार में उनसे कनिष्ठ पद पर काम करने का फैसला किया है। ऐसा फैसला लेने के लिए दिल बहुत बड़ा करना पड़ता है।
पाटील ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री पद पर दावा कर सकती थी। फडणवीस मुख्यमंत्री बन सकते थे। मगर हिंदुत्व हमें त्याग सिखाता है। भाजपा ने हिंदुत्व के लिए लड़ने वाले दिवंगत आनंद दीघे के शिष्य एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद दिया है। पाटील ने दावा किया कि फडणवीस ने जो त्याग किया है उससे भाजपा के कार्यकर्ताओं में खुशी है। महाराष्ट्र में कई पूर्व मुख्यमंत्री ऐसे रहे हैं जिन्होंने बाद किसी दूसरे के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम किया है। पाटील ने दावा किया कि मुख्यमंत्री शिंदे ने फडणवीस को मंत्रिमंडल में शामिल होने का आग्रह किया था।
पाटील ने कहा कि भाजपा के पास निर्दलियों को मिलाकर 120 से अधिक विधायकों का समर्थन है। विधान परिषद चुनाव में भाजपा ने 134 विधायकों का समर्थन जुटा लिया था। लेकिन भाजपा को सत्ता का मोह नहीं है। यह महाराष्ट्र ने देख लिया है।
सिर्फ पांच लोग जानते थे यह बात
पाटील ने कहा कि गुरुवार को फडणवीस ने जब घोषित किया कि शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनेंगे तो पूरा महाराष्ट्र आश्चर्यचकित रह गया। लेकिन शिंदे को मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात केवल प्रदेश भाजपा के पांच लोगों को मालूम थी। एक सवाल के जवाब में पाटील ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और फडणवीस के बीच कोई मतभेद नहीं है। दूसरी तरफ वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को फडणवीस का अपमान करना था। इसलिए भाजपा ने फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया है।
नम हो गई थी फडणवीस की आंखे
गुरुवार को भाजपा नेताओं ने कहा था कि जब फडणवीस ने उनको बताया कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए कहा है, उस वक्त फडणवीस की आंखे नम हो गई थीं। भाजपा नेताओं के लिए यह फैसला क्लेशदायक था।
Created On :   1 July 2022 8:25 PM IST