साकोलीवासियों में श्वानों की दहशत

Panic of dogs among Sakoli residents, have made many people victims
साकोलीवासियों में श्वानों की दहशत
परेशान लोग साकोलीवासियों में श्वानों की दहशत

डिजिटल डेस्क, साकोली। शहर में बढ़ते आवारा श्वान, सुअर व आवारा पशु आम नागरिकों की परेशानी का कारण बढ़ते जा रहे है। एक दिन पहले आवारा श्वान ने पांच लोगों को अपना निशाना बनाया था। फिर गुरुवार को श्वान ने आठ लोगों को अपना निशाना  बनाया है। इसस शहर में काम  के  सिलसिले में बाहर निकलने वाले लोगों में दहशत बन गई है। नागरिक नगर परिषद की भूमिका पर भी संदेह कर रही है। दरअसल श्वानों को रेबीज का इंजेक्शन लगाने तथा एनिमल बर्थ कंट्रोल कार्यक्रम के तहत श्वानों की संख्या पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी नगर परिषद केवल दस्वावेजों पूर्ण करती नजर आ रही है। नगर परिषद द्वारा प्रति वर्ष नागरिकों के स्वास्थ्य व सुविधा के लिए सामान्य फंड तथा पंधरावे वित्त आयोग की निधि  से घनकचरा प्रबंधन के तहत आवारा जानवरों के बंदोबस्त करने के लिए लाकों रुपयों का फंड आता है। लेकिन जानवरों के प्रबंधन में लाखों रुपयों के निधि का प्रवाधान होते हुए भी नागरिकों को आवारा जानवरों की दहशत में रहना पड़ रहा है। श्वानों के स्वास्थ्य के लिए रेबीज वैक्सीनेशन व जन्मदर नियंत्रन तथा सुअरों व आवारा श्वानों को शहर के बाहर छोड़ने के लिए ठेकेदार को कार्य दिया जाता है। लेकिन श्वानों के नागरिकों पर बढ़ते हमले  को देखते हुए गत तीन वर्षों में यह निधि केवल दस्वावेजों पर ही खर्च किए जाने का आरोप लग रहा है। नगर परिषद के प्रशासकीय अधिकारी स्वप्नील हमाने को आवारा जानवरों पर खर्च किए जाने वाले निधि पर पुछने पर इसकी जानकारी  देने से टालमटोल रवैया अपनाया। नगर परिषद के लापरवाही से आवारा श्वानों से नागरिकों को खतरा निर्माण हो गया है। 

अब तक यह लोग हुए श्वान के हमले के शिकार 

शहर में 11 अक्टूबर से श्वान के हमले के मामले सामने आ रहे है। अब तक 14 लोगों ने अस्पताल में आकर इलाज किया है। तहसील के खैरलांजी के वीरेंद्र गजभिए, साकोली निवासी अनिल खटवानी, शंकर बोरकर, मनोज साखरे, शालेय छात्रा मैथिली गायकवाड, पुष्पम डोंगरवार, पिंडकेपार निवासी भाऊराव कापगते, सरिता कापगते, कविता भैसारे, शेंदुरवाफा निवासी अनमोल डोंगरवार, आमगांव निवासी लिना मडामे, उमरी निवासी जितेंद्र कापगते, धर्मापुरी निवासी जयश्री परसगडे, चेतन तर्जुले का समावेश है। इन सभी पर साकोली के शासकीय अस्पताल में इलाज किया गया। 

खर्च की गई निधि की जांच हो

किशोर बावणे, अध्यक्ष, फ्रीडम यूथ फाउंडेशन श्वानों के हमले से केवल नागरिकों में ही नही बल्की बच्चों में भी दहशत निर्माण हो गई है। नागरिकों के स्वास्थ्य पर नगर परिषद द्वारा निधि खर्च किया जाता है। लेकिन यह निधि कहा खर्च किया गया इसकी जांच करने पर बड़ी गड़बडी़ सामने आएगी। 

Created On :   14 Oct 2022 7:48 PM IST

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