बारिश में भीगी करोड़ों रुपए की धान

Paddy worth crores of rupees soaked in rain
बारिश में भीगी करोड़ों रुपए की धान
कटनी बारिश में भीगी करोड़ों रुपए की धान

डिजिटल डेस्क,  कटनी । आधे-अधूरे इंतजाम के चलते 10 मिलीमीटर की बारिश में करोड़ों रुपए की धान केन्द्रों में भीग गई। आलम यह रहा कि गीली बोरियों को ही भण्डारण के लिए कई केन्द्रों से गोदामों तक पहुंचाने का काम रविवार को ट्रांसपोर्टर ले जाते हुए दिखाई दिए। मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की संभावना जता थी। इसके बावजूद केन्द्रों में उपज के हिसाब से पर्याप्त तिरपाल की व्यवस्था कई केन्द्रों में नहीं रही। सबसे अधिक परेशानी उन किसानों को हुई। जिनके उपज की तौलाई केन्द्रों में नहीं हुई थी। हालांकि विभागीय अधिकारी इंतजाम का दावा करते हुए सभी बोरियों के सुरक्षित होने की बात कह रहे हैं। शनिवार शाम तक 26 लाख 40 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। जिसमें 10लाख 96 हजार क्विंटल धान सुरक्षित रुप से केन्द्रों तक पहुंच चुका था। 6लाख 80 हजार क्विंटल धान केन्द्रों में ही पड़ा रहा। इसमें से पचास फीसदी धान की बोरियों को तो तिरपाल लगाकर बारिश की पानी से बचा लिया गया, लेकिन3 लाख क्विंटल धान भींग गई। आधी बोरियां ही सुरक्षित इसी तरह का नजारा उबरा और पिपरियाकला केन्द्रों में भी देखने को मिला। यहां पर आधी बोरियां ही सुरक्षित रही, जबकि चालीस से पचास फीसदी बोरियां पानी में भींगती रही। बारिश के बाद केन्द्र के कर्मचारी भी असहाय नजर आरहे थे। इसी तरह का नजारा अन्य केन्द्रों में भी दिखाई दिया।अन्नदाताओं को नुकसानअधिकांश केन्द्रों में अभी भी किसानों के उपज की तौलाई नहीं हो सकी है।बारिश ने सबसे अधिक नुकसान ऐसे किसानों को पहुंचाया। मझगंवा बड़वारापरिसर के अंदर दो खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। यहां पर किसानों की उपज बारिश में भीग गई। इधर मौसम विभाग ने भी चेतावनी दी है कि कभी तेज और कभी रिमझिम बारिश का दौर 12 जनवरी तक चलेगा। फटे तिरपाल का लिया सहारा विजयराघवगढ़ धान खरीदी केन्द्र से उपज का परिवहन तो 80 प्रतिशत हो चुका है, लेकिन  अन्य बोरियों को बचाने के लिए फटे तिरपाल का सहारा केन्द्र प्रभारी ने लिया। जिसके चलते बारिश का पानी रिस-रिस कर बोरियों के अंदर समाता रहा। इस केन्द्र में अभी तक 210 किसान 15 हजार क्विंटल उपज बेच चुके हैं। जिसमें 12 हजार क्विंटल का परिवहन भी हो चुका है। इनका कहना है केन्द्रों में तिरपाल की पर्याप्त व्यवस्था रही। जिसके चलते किसी केन्द्रों में धान भीगने की जानकारी नहीं आई है। बारिश की संभावना को देखते हुए पहले से ही सभी केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिए गए थे। - मधुर खर्द, प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम कटनी

Created On :   10 Jan 2022 1:43 PM IST

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