विभागीय लापरवाही से खराब हो रही धान और परेशान किसान
डिजिटल डेस्क, शहडोल। एक ओर प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए काम कर रही है। वहीं जिले में संंबंधित विभाग द्वारा उनकी मेहनत पर पानी फेरा जा रहा है। धान उपार्जन कार्य १५ जनवरी को बंद हो चुका है, लेकिन कई ऐसे केंद्र हैं जहां के किसानों को अभी तक भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। जबकि परिवहन का कार्य पूरा होकर धान भण्डारित हो चुकी है। वहीं कैप में धान को सुरक्षित रख पाने में भी विभाग नाकाम साबित हो रहा है। बारिश में भीगी धान बोरियों में ही अंकुरित होने लगी हैं।
खरीदी केंद्र चन्नौड़ी में १२५ से अधिक किसानों को भुगतान नहीं हो पाया है। यहां हथगला के मोहनी स्व सहायता समूह के माध्यम से खरीदी का कार्य कराया गया। करीब ६०० किसानों ने उपज बेची थी। अभी भी १२५ से अधिक किसानों का भुगतान नहीं किया गया है। जबकि धान का उठाव हो चुका है। किसानों के अनुसार भुगतान क्यों नहीं हो रहा है, इसकी वजह कोई नहीं बता पा रहा है। भुगतान से वंचित कृषक पुष्पराज सिंह ने बताया कि भुगतान के लिए भटकाया जा रहा है। उनके परिवार व अन्य किसानों को कोई वजह नहीं बता रहे हैं कि कब तक राशि मिलेगी।
बारिश में भीग गई थी धान
उपार्जन केंद्र चन्नौड़ी में ही कैप में भण्डारण की व्यवस्था कराई गई है। लेकिन उसका रख रखाव ठीक तरह से नहीं किया जाने के कारण वह खराब होने लगी है। बीते दिनों हुई बारिश के कारण पूरी धान भीग गई। जो अब बोरियों से अंकुरण होने लगा है। बताया गया है कि सैकड़ों बोरी की धान अंकुरण होकर बाहर निकलने लगा है। चन्नौड़ी ही नहीं अन्य कैप की धान भी खराब हो रही हैं। जबकि इनके रख रखाव के लिए भारी भरकम राशि खर्च हो रही है। विगत वर्ष भी धान खराब हुई थी, जिसके कारण मिलिंग कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया।
इनका कहना है
धान भण्डारित होने के बाद वेयर हाउस से दस्तावेज प्राप्त नहीं होने की वजह से कुछ का भुगतान बाकी है। कैप में यदि धान खराब हो रही है तो परीक्षण कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
Created On :   25 Feb 2022 6:17 PM IST