प्लांट में ऑक्सीजन का टोटा: होम आइसोलेट मरीज और एम्बुलेंस के लिए नहीं मिली ऑक्सीजन

Oxygen at the plant: Oxygen not found for home isolating patient and ambulance
प्लांट में ऑक्सीजन का टोटा: होम आइसोलेट मरीज और एम्बुलेंस के लिए नहीं मिली ऑक्सीजन
प्लांट में ऑक्सीजन का टोटा: होम आइसोलेट मरीज और एम्बुलेंस के लिए नहीं मिली ऑक्सीजन



- जिला अस्पताल प्रबंधन के पास छह टन से अधिक ऑक्सीजन स्टोर
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस की जद में आए अधिकांश मरीज होम आइसोलेट है। इनमें से अधिकांश मरीजों को घरों में ही ऑक्सीजन लगी है। गुरुवार को बैतूल रोड स्थित प्लांट में ऑक्सीजन का टोटा होने से इन मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। मरीजों के परिजन लम्बी कतार में सिलेंडर रिफील कराने अपनी बारी का इंतजार करते रहे। दोपहर को इन सभी लोगों को बिना ऑक्सीजन के लौटा दिया गया। होम आइसोलेट मरीजों के अलावा निजी एम्बुलेंस और ऑक्सीजन सप्लायरों को भी प्लांट से वापस लौटना पड़ा है। मजबूरी में जरुरतमंद लोगों को ऑक्सीजन के लिए बोरगांव प्लांट की दौड़ लगानी पड़ी।
बताया जा रहा है कि प्लांट गुरुवार तड़के लगभग चार बजे एक टैंक लिक्विट ऑक्सीजन लेकर छिंदवाड़ा पहुंचा था। गुरुवार को प्राइवेट प्लांट में रोजाना की क्षमता से कम ऑक्सीजन मिल पाई। इस वजह से दोपहर को सिलेंडर रिफिल कराने आए लोगों को वापस कर दिया गया। इसी तरह निजी एम्बुलेंस के सिलेंडर भी नहीं भर पाए। प्लांट से जुड़े लोगों का कहना है कि प्लांट में निजी अस्पतालों में पूर्ति के लिए ही ऑक्सीजन शेष है इस वजह से निजी ऑक्सीजन सिलेंडरों को नहीं भरा जा रहा है।  
जिला अस्पताल में पर्याप्त है ऑक्सीजन-
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में स्थापित प्लांट में 13 मीट्रिक टन लिक्विट ऑक्सीजन की क्षमता है। गुरुवार को छह मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन उपलब्ध है। जम्बों और छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर में भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। कोविड केयर सेंटर में रोजाना लगभग 5 से 6 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत है। वहीं जिला अस्पताल की कोविड यूनिट में लगभग 450 मरीज भर्ती है। इनमें से लगभग चार सौ मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है।
निजी अस्पतालों में भी उपलब्धता-
कोविड के मरीजों को भर्ती कर रहे शहर के छह अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर बताई जा रही है। अस्पताल के संचालकों ने चर्चा में बताया कि अभी उनके पास ऑक्सीजन की उपलब्धता है। यदि निजी प्लांट में गुरुवार देर रात तक भी उपलब्धता हो जाती है तो ऑक्सीजन सप्लाई में बाधा नहीं होगी।
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की स्थिति-
- 13 मीट्रिक टन ऑक्सीजन स्टोर की क्षमता है।
- 199 जम्बो और 197 छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है।
- कोविड यूनिट में रोजाना 5 से 6 मीट्रिक टन की खपत है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
- बैतूल रोड स्थित प्लांट में कुछ देर के लिए स्थिति लडखड़़ाई थी। बोरगांव प्लांट से व्यवस्था बना ली गई है। जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में अभी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन है। जिले में ऑक्सीजन की किसी प्रकार से कमी नहीं है।
- गजेन्द्र सिंह नागेश, सीईओ, जिला पंचायत

Created On :   29 April 2021 9:39 PM IST

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