ऑनलाइन सट्टा: सटोरिया सतीश ने अपने खास गुर्गे हितेश को सौंपी थी जिम्मेदारी 

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
सटोरियों को बाँटी 2 लाख से 1 करोड़ तक की आईडी ऑनलाइन सट्टा: सटोरिया सतीश ने अपने खास गुर्गे हितेश को सौंपी थी जिम्मेदारी 

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। दुबई से ऑनलाइन सट्टा संचालित करने वाले सट्टा किंग सतीश सनपाल द्वारा फर्जी शेल कंपनियों के माध्यम से 1 हजार करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन किया गया था। इस मामले की जाँच कर रही एसआईटी को जानकारी मिली है कि सतीश के खास गुर्गे हितेश तारवानी के पास सुपर मास्टर आईडी थी और उसके पास ही सटोरियों को मास्टर आईडी दिए जाने की जिम्मेदारी थी। उसके द्वारा शहर के सटोरियों को दो लाख से 1 करोड़ तक की मास्टर आईडी दी जाती थी। 

सूत्रों के अनुसार एसआईटी को पता चला है कि सतीश द्वारा ऑनलाइन सट्टा संचालित करने के लिए खुद की एप तैयार की गई थी। इस एप के जरिए सट्टा खिलाने के लिए उसके द्वारा एक सुपर मास्टर आईडी बनाई गई थी जो कि हितेश तारवानी के पास थी। इसी आईडी से लिंक मास्टर आईडी उसके द्वारा बाँटी जाती थी। उसके द्वारा शहर के करीब दो हजार सटोरियों को मास्टर आईडी बाँटी गई। इन सटोरियों के माध्यम से सट्टा लगाने वालों को आईडी दी जाती थी और उनके द्वारा रोजाना करोड़ों के दाँव लगाए जाते थे। वहीं मास्टर आईडी का हिसाब-किताब कर 15 दिन में लेन-देन होता था। जानकारों  के अनुसार पहले यह लेन-देन हवाला के जरिए होता था और अब यह कार्य ऑनलाइन हो रहा है।  

दुबई में जाकर छिपा हितेश 

एसआईटी को जानकारी लगी है कि स्थानीय पुलिस द्वारा सख्ती बरते जाने के बाद सतीश सनपाल दुबई भागा था, वह अपने साथ हितेश को भी ले गया था। हितेश वहाँ से इस पूरे कारोबार का संचालन करता है। इस जानकारी के आधार पर एसआईटी अब हितेश की कुंडली खँगाल रही है। 

फर्जी फर्मों की जाँच शुरू 

जानकारी के अनुसार फर्जी शेल कंपनियों के जरिए 1 हजार करोड़ का ट्रांजेक्शन होने की पुष्टि होने के बाद एसआईटी द्वारा फर्जी कंपनियों की जाँच के लिए फर्म एवं संस्थाओं के प्रमुख को पत्र लिखकर जानकारी माँगी गई है। एसआईटी द्वारा सतीश की पत्नी सोनिया पिता रामचंद और माँ सीता के नाम पर बनाई गईं फर्मों से जुड़े दस्तावेज भी माँगे गए हैं।    

गुरुमुख चलाता था बड़ा नेटवर्क

पुलिस के अनुसार क्रिकेट सट्टा मामले में पकड़े गये समीर पोटवानी से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि गुरुमुख सिंधी रामपुर स्थित अपने ऑफिस से बड़ा नेटवर्क संचालित करता है। उसके बाद गुरुमुख के खिलाफ मामला दर्ज कर उसका ऑफिस सील किया गया था। वहाँ से भी पुलिस ने कुछ दस्तावेज जब्त किए थे उसमें सतीश से जुड़ी जानकारियों का खुलासा हुआ था। 

Created On :   22 Dec 2022 7:05 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story