सरकार की नीतियों के खिलाफ डाक कर्मियों की एक दिवसीय हड़ताल

One day strike of postal workers against the policies of the government
सरकार की नीतियों के खिलाफ डाक कर्मियों की एक दिवसीय हड़ताल
खामगांव सरकार की नीतियों के खिलाफ डाक कर्मियों की एक दिवसीय हड़ताल

डिजिटल डेस्क, खामगांव. सरकार की नीतियों के खिलाफ बुधवार, १० अगस्त २०२२ को डाक कर्मियों की ओर से विविध मांगों को लेकर एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की गई। नतीजन डाक विभाग का दिनभर कामकाज ठप रहा। सरकार की कुटिल साजिश को विफल करने के लिए पीओएसबी के आईपीपीबी में विलय करने को प्रखर विरोध करने के लिए टपाल खाते के दो प्रमुख फेडरेशन एनएफपीई तथा एफएनपीओ सर्व शक्ति के साथ हड़ताल में शामिल हुए थे। इस वक्त डाक मित्र योजना व कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से टपाल खाते का निजीकरण करने की नीति रोकें तथा बचत बैंक योजना पीओएसबी का आईपीपीबी में विलय करने का प्रस्ताव रद्द करें, नई पेंशन योजना रद्द कर सभी कर्मचारियों को पुरानी पारंपरिक पेंशन योजना लागू करें, सीआरसी तथा एनएसएच/ आईसीएच विलयन रोकें, ट्रेड यूनियन पर के हमले रोकें, सी.सी.एस.(कंडक्ट) रूल्स १९६४ के नियम १५ (आई) (सी) अंतर्गत यूनियन पद पर रहने के लिए २ टर्म डाली हुई शर्त रद्द करें, नियमित व जल्द एन.एस.पी.–१ कनेक्टिविटी एन.एस.पी.–२ बैक अप, फिनेकल सर्वर की कार्यक्षमता बढ़ाना तथा एस.ए.पी. बिना समस्या के नियमित कार्यरत रहने के लिए तत्काल उपाय योजना करें। 

इन मांगों समेत अन्य कई प्रमुख मांगों को पूरा करने पर जोर दिया। हड़ताल में कर्मचारी वर्ग पूरी शक्ति के साथ शामिल हुआ। इस दौरान सभी विभागीय कार्यकारिणी समेत डाककर्मी शामिल हुए।

Created On :   11 Aug 2022 5:21 PM IST

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