एनएसयूआई का जंगी प्रदर्शन: कार्यकर्ताओं

NSUIs fighting demonstration: activists
एनएसयूआई का जंगी प्रदर्शन: कार्यकर्ताओं
सतना एनएसयूआई का जंगी प्रदर्शन: कार्यकर्ताओं

डिजिटल डेस्क, सतना। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को अपने प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा की अगुवाई में कलेक्ट्रेट का घेराव किया। सतना के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब इस आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रदेश के 12 जिलों के एनएसयूआई कार्यकर्ता यहां पहुंचे। कार्यकर्ताओं को काबू करने में पुलिस को भी पसीना आ गया। हालात उस वक्त बेकाबू हो गए जब भीड़ में से कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। बस फिर क्या था, पुलिस एक्शन मोड में आ गई और कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया लाठी बरसने लगीं। पथराव में जहां कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं तो एनएसयूआई कार्यकर्ता भी घायल हुए।
ऐसी मांगों को लेकर आंदोलन
एनएसयूआई की मुख्य मांग है कि मप्र में बीते 2 सालों से बंद छात्र-छात्राओं की स्कॉलरशिप को चालू की जाए। शिक्षा बचाओ-देश बचाओ अभियान के तहत नई शिक्ष नीति का भी संगठन विरोध कर रहा है। प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने कहा कि सत्तारूढ़ केन्द्र सरकार सरकारी उपक्रमों का निजीकरण करने पर तुली हुई है। सेना में भर्तियां नहीं हो रहीं, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। सही मायनों में देखें तो भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार दोनों हर मोर्चे में विफल है। एनएसयूआई ने कहा कि कोविड काल के दरमियान नौकरी नहीं मिली और युवा ओवरएज हो गए। ऐसे लोगों को उम्र में रियायत दी जाए। 
हॉस्पिटल चौक से सिटी कोतवाली तक हुजूम
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का हुजूम हास्पिटल चौक से लेकर सिटी कोतवाली तक उमड़ा रहा। सतना के अलावा अन्य जिलों के कार्यकर्ता बसों के जरिए पहुंचे। सर्वाधिक 5 बसें रीवा से आई थीं।  सतना के अलावा रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, छतरपुर, उज्जैन, मंदसौर, मुरैना, जबलपुर, शहडोल, अनूपपुर और भोपाल से कार्यकर्ता आए थे। एक अनुमान के मुताबिक करीब 1800 कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। वरिष्ठ नेताओं में राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल, स्थानीय विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा, जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा, शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद, सईद अहमद, सुधीर सिंह तोमर, रवीन्द्र सिंह सेठी, राजेन्द्र मिश्रा, रामकुमार तिवारी ने आंदोलन का नेतृत्व किया।
5 डीएसपी, 300 जवान
एनएसयूआई के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। एडिशनल एसपी सुरेन्द्र जैन के नेतृत्व में 5 डीएसपी, एसएफ की 2 कम्पनियों समेत 300 जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। प्रशासन की ओर से एडीएम राजेश शाही आंदोलन पर नजर बनाए थे। पुलिस के साथ झूमा-झटकी में युकां के जिलाध्यक्ष मशहूद अहमद शेरू, धीरज द्विवेदी, छोटकू सिंह, अनुराग गर्ग घायल हुए। स्वतंत्र मिश्रा को पुलिस घसीटते हुए ले गई।
इन कार्यकर्ताओं की रही अहम भूमिका
आंदोलन में एनएसयूआई प्रदेश प्रभारी नीतीश गौर, प्रदेश उपाध्यक्ष कोविंद ठाकुर, आशुतोष चौकसे, प्रदीप समदरिया, गुड्डू सिंह परसवारा, देवेन्द्र तिवारी, युकां अध्यक्ष महशूद अहमद शेरू, पीयूष सिंह, एनएसयूआई के शहर अध्यक्ष योगेश त्रिपाठी, विक्रांत त्रिपाठी विक्की, शिवशंकर गर्ग, राम राघव द्विवेदी, हंसराज बागरी, सृजन मिश्रा, आर्यन बाल्मीकि, अंशू शर्मा, अजीम खान, कुलदीप रिछारिया, कौशलेन्द्र सिंह राजेन्द्र सिंह, शुभम समदरिया, आनंद पाण्डेय, गौरव सिंह, शिवांजय बघेल, अंकित गुप्ता, भूप सिंह चंदेल, अभिनव चौरसिया, देव पाण्डेय, सचिन गर्ग, सौरभ शर्मा, अभिनव सिंह परिहार, राहुल पाण्डेय, आदर्श जायसवाल, आदर्श पुरी गोस्वामी, शुभम त्रिपाठी, आशुतोष तिवारी, आनंद मिश्रा, कान्हा चौरसिया, हर्ष लालवानी समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम रही।

Created On :   12 March 2022 3:55 PM IST

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