कैंसर की बीमारी नहीं, फिर भी क्लेम नहीं दे रही बीमा कंपनी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. किसी तरह का लोन लेने पर बैंक द्वारा निजी कंपनियों से बीमा कराया जाता है। यह बीमा उनकी राशि सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है। बीमा कंपनी भी बाकायदा परीक्षण के बाद बीमा करती है और बीमार होने पर इलाज में भी लाभ देने का भरोसा देती है। जब बीमित की मौत होती है, तो बीमा अधिकारी कोई न कोई बीमारी का हवाला देकर नो क्लेम कर देते हैं। इस मामले में पीड़ित सिमरनदीप कौर ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके पति गगनदीप सिंह मरवाह ने एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी से सुरक्षा जोखिम बीमा कराया था। पॉलिसी क्रमांक पीपी 000182 का प्रीमियम भी एडवांस में जमा था। पॉलिसी के अनुसार मौत होने पर सुरक्षा जोखिम की जो भी राशि है, वह बीमा कंपनी द्वारा दी जाएगी। पति गगनदीप की मौत नवंबर 2022 में कान के इलाज के दौरान विजय नगर स्थित निजी अस्पताल में हो गई। इसकी जानकारी बीमा कंपनी को दी गई, तो वहां से जल्द पूरा भुगतान करने का वादा किया गया पर अचानक बीमा अधिकारियों ने कहा कि पॉलिसी धारक को कैंसर था और कैंसर के मरीज का हमारी कंपनी क्लेम नहीं देती है। परिजनों ने सभी रिपोर्ट और दस्तावेज दिए, उसके बाद भी बीमा अधिकारी मानने को तैयार नहीं हैं। पीड़िता का आरोप है कि एलआईसी द्वारा उन्हें पूरा भुगतान मिल गया, पर एचडीएफसी इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी उसके साथ जालसाजी कर रहे हैं। नाॅमिनी का कहना है कि अब वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाएंगी।
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Created On :   24 April 2023 6:32 PM IST