- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- ऑर्डनेंस फैक्टरी: निलंबित चारों...
ऑर्डनेंस फैक्टरी: निलंबित चारों अधिकारियों को किया बहाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अंबाझरी ऑर्डनेंस फैक्टरी से निकलने वाले स्क्रैप की हेराफेरी के मामले में प्रशासन द्वारा निलंबित किए गए स्टोर सहित अन्य विभाग के चारों अधिकारियों को बहाल कर दया है। मामले में निलंबन को आनन-फानन में लिए गए निर्णय लिया गया था। अब उसका कारण बताया जा रहा है कि जो घटनाक्रम तत्काल बताया गया यदि वह हुआ होता तो कोई भी अधिकारी किसी भी प्रकार के साक्ष्य और जांच से छेड़छाड़ ना हो इसलिए ऐसा कदम उठाया गया था। उसमें संबंधित अधिकारियों को कार्यालय आने की अनुमति नहीं रहती है जिससे वह जांच को किसी भी प्रकार से प्रभावित ना कर सकें।
यह था मामला
अंबाझरी ऑर्डनेंस फैक्टरी से स्क्रैब ले जा रहे तीन ट्रकों को मुखबिर की सूचना पर गिट्टीखदान पुलिस ने पकड़ा था। मामले में शिकायत थी कि ट्रकों में तय माल से अधिक स्क्रैब ले जा रहे थे। गिट्टीखदान पुलिस ने ट्रकों को पकड़कर वाड़ी पुलिस के हवाले कर दिया। जांच में सामने आया कि तीनों ट्रकों में 49.48 टन माल ले जाने की रसीद थी, जबकि इनमें 35.370 टन अधिक माल भरा हुआ था। चोरी का माल को लेकर जांच आरंभ हुई, लेकिन मामला रक्षा विभाग की अंबाझरी ऑर्डनेंस फैक्टरी का होने के फैक्टरी की ओर से हो रही जांच का इंतजार किया जा रहा था। ऑर्डनेंस फैक्टरी प्रशासन ने मामले में दो जांच समिति गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई। यह स्क्रैब दिल्ली निवासी संजय गर्ग की शौर्य इंपेक्स द्वारा ले जाया जा रहा था।
इनका कहना है
रिपोर्ट में सामने आया कि हमारे यहां से तीनों ट्रक निकले थे, लेकिन उनमें तय सामान ही था। सामान ले जाने वाले का कहना है कि फैक्टरी से निकलने के बाद ट्रक खड़गांव स्थित गोदाम पर ले जाते हैं और वहां उसे रि-लोड किया जाता है। जिसकी वजह से अतिरिक्त स्क्रैप सामने आ रहा है। ट्रक में भरा हुआ सारा स्क्रैप हमारा ही था। अतिरिक्त स्क्रैप वह पहले उठा चुके थे, जो उनके गोदाम में था। -राजेश भिड़े, संयुक्त निदेशक प्रशासनिक, ऑर्डनेंस फैक्टरी, अंबाझरी
इन ट्रकों में भरा था माल
जीजे-19 एक्स 6251, जीजे-19 एक्स 6256 और जीजे-26 टी 7562 ट्रकों को गिट्टीखदान पुलिस ने पकड़ा था।
इतना स्क्रैप बेचा गया
पहली बार 400 टन बेचा गया, जिसे फैक्टरी से उठाया जा चुका है।
दूसरी बार 225 टन बेचा गया, इसे भी फैक्टरी से उठाया जा चुका है।
तीसरी बार 225 टन बेचा गया, जिसमें से 224.65 टन उठाया जा चुका है। जबकि 350 किलोग्राम उठाना शेष है।
यह था मामला
अंबाझरी ऑर्डनेंस फैक्टरी से स्क्रैप ले जा रहे तीन ट्रकों को मुखबिर की सूचना पर गिट्टीखदान पुलिस ने पकड़ा था। मामले में शिकायत थी कि ट्रकों में तय माल से अधिक स्क्रैप ले जा रहे थे। गिट्टीखदान पुलिस ने ट्रकों को पकड़कर वाड़ी पुलिस के हवाले कर दिया। जांच में सामने आया कि तीनों ट्रकों में 49.48 टन माल ले जाने की रसीद थी, जबकि इनमें 35.370 टन अधिक माल भरा था। चोरी का माल को लेकर जांच आरंभ हुई, लेकिन मामला रक्षा विभाग की अंबाझरी ऑर्डनेंस फैक्टरी का होने के फैक्टरी की ओर से हो रही जांच का इंतजार किया जा रहा था। ऑर्डनेंस फैक्टरी प्रशासन ने मामले में दो जांच समिति गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई। यह स्क्रैप दिल्ली निवासी संजय गर्ग की शौर्य इंपेक्स द्वारा ले जाया जा रहा था।
Created On :   6 Feb 2020 2:08 PM IST