गड़चिरोली में 71 आंगनवाड़ियों के लिए बनेंगे नए भवन, 6 करोड़ 64 लाख मंजूर
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में कुपोषण के साथ बाल मृत्यु और माता मृत्यु के प्रमाण को कम करने के लिए सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र आरंभ किये गए हैं। निधि के अभाव में जिले में कार्यरत 1 हजार 771 आंगनवाड़ी केंद्रों में से अधिकांश केंद्रों की हालत दयनीय है। जिसके चलते जिला परिषद द्वारा लगातार की गई मांग व पदाधिकारियों द्वारा किये गये निरंतर प्रयासों के बाद राज्य सरकार ने जिले की कुल 71 आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए नए भवन के निर्माणकार्य को मंजूरी प्रदान की है। इस निर्माणकार्य के लिए राज्य सरकार ने 6 करोड़ 63 लाख 62 हजार 540 रुपये की निधि मंजूर की है। इस निधि से आगामी 6 महीनों की कालावधि में संबंधित गांवों में आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए नए भवनों का निर्माणकार्य पूर्ण किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, चामोर्शी तहसील में सर्वाधिक 15 भवनों का निर्माणकार्य किया जाएगा। वहीं कोरची व भामारागढ़ तहसीलों में सबसे कम 2-2 भवनों के निर्माणकार्य को मंजूरी प्रदान की गयी है।
उल्लेखनीय है कि जिले में कार्यरत आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य और शिक्षा के कार्यक्रम चलाए जाते है। केंद्रों में 6 वर्ष आयुसीमा के बच्चों को पोषाहार का वितरण किया जाता है। साथ ही गांव की किशोरियों समेत गर्भवती महिलाओं की निरंतर स्वास्थ्य जांच करायी जाती है। केंद्र को संचालित करने के लिए सरकार ने आंगनवाड़ी सेविकाओं समेत सहायकों को नियुक्त कर रखा है, लेकिन जिले में निर्माण किये गये अधिकांश केंद्रों की हालत जर्जर अवस्था में पहुंच गयी है। वहीं कई केंद्रों के लिए पृथक इमारत उपलब्ध नहीं है।
आज भी सैकड़ों आंगनवाड़ी केंद्र किराये के कमरे में संचालित किये जा रहे हैं। इन केंद्रों में किसी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं मौजूद नहीं है। इस स्थिति को सुधारने के लिए ही सरकार ने करोड़ों रुपयों की निधि मंजूर कर 71 केंद्रों के लिए नए भवन के निर्माण किए जाएंगे। नये भवनों में पानी, बिजली समेत सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होगी। सरकार के इन प्रयासों से केंद्रों में नौनिहालों की संख्या बढऩे की उम्मीद हैं। वहीं कुपोषण का प्रमाण भी कम होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
जल्द पूर्ण होंगे निर्माण कार्य
जिला परिषद के निर्माणकार्य विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए मंजूर 71 भवनों की निविदा प्रक्रिया आरंभ की गयी है। सरकार द्वारा इस कार्य के लिए निधि प्राप्त होते ही प्रशासकीय स्तर की सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। निविदा मंजूर होते ही यह कार्य आरंभ होगा। निर्माणकार्य के लिए 6 महीनों का कालावधि दिया गया है। निर्माणकार्य के दौरान प्रति माह निर्माणकार्य विभाग के निरीक्षक निर्माणकार्य स्थल का जायजा लेंगे। कार्य पूर्ण करने के लिए निर्माणकार्य विभाग तत्पर होकर जल्द ही सारे निर्माणकार्य पूर्ण किये जाएगे। - फरेंद्र कुत्तीरकर,अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिप गड़चिरोली
747 केंद्रों की मरम्मत के लिए 3 करोड़ की निधि उपलब्ध
यहां बता दें कि, गड़चिरोली जिले के अधिकांश आंगनवाड़ी केंद्र दम तोड़ रहे है। बारिश के दिनों में टपकती छत के नीचे नौनिहालों को पोषाहार ग्रहण करना पड़ता है। वहीं किशोरियों तथा गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच करायी जाती है। केंद्रों की इस स्थिति को सुधारने के लिए सरकार ने 3 करोड़ रुपयों की निधि उपलब्ध करायी है। बता दें कि गड़चिरोली जिले में 747 आंगनवाड़ी केंद्रों की हालत खस्ता है। इस निधि से केंद्रों में मरम्मत का कार्य आरंभ होगा।
प्रति आंगनवाड़ी के मरम्मत के लिए 1-1 लाख रुपयों की निधि का उपयोग करने की जानकारी है। गड़चिरोली जिले में जर्जर अवस्था में पहुंचे सर्वाधिक 112 आंगनवाड़ी केंद्र चामोर्शी तहसील में मौजूद है। वहीं अहेरी में 87 , आरमोरी 46, भामरागढ़ 76, देसाईगंज 24, धानोरा 71, एटापल्ली 73, गड़चिरोली 50, कोरची 60 कुरखेड़ा 37 मूलचेरा 35 और सिरोंचा तहसील में 73 केंद्र जर्जर अवस्था में है। वर्तमान में मरम्मत कार्य युध्दस्तर पर जारी होने की जानकारी मिली है।
Created On :   14 Jun 2019 9:53 AM GMT