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किसानों को कर्ज नहीं दे रहे हैं राष्ट्रीयकृत बैंक, गोंदिया के पालकमंत्री ने सहकारिता मंत्री को लिखा पत्र
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डिजिटल डेस्क, मुंबई। खरीफ की बुवाई का समय आ गया है लेकिन राष्ट्रीयकृत बैंक किसानों को कर्ज देने में आनाकानी कर रहे हैं। जिला मध्यवर्ती बैंकों की अपेक्षा राष्ट्रीयकृत बैंक किसानों को फसल कर्ज देने में बहुत पीछे हैं। राज्य के सामाजिक न्याय व गोंदिया के पालक मंत्री राजकुमार बडोले ने राज्य के सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख को पत्र लिख कर इस बात की शिकायत की है।
सहकारिता मंत्री को लिखे पत्र में बडोले ने कहा है कि 11 जून से 13 के दौरान मैंने गोंदिया जिले के सभी तहसिलों में कर्ज वितरण को लेकर बैठक की। इस दौरान पता चला कि फसल कर्ज योजना के तहत 13 जून 2018 तक राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्ज देने का प्रतिशत बहुत कम है। जिला मध्यवर्ती बैंकों ने 46 फीसदी कर्ज का वितरण किया है तो राष्ट्रीयकृत बैंक-बैंक आफ इंडिया 5 प्रतिशत, स्टेट बैंक आफ इंडिया 1 प्रतिशत व ग्रामीण बैंक ने 12 प्रतिशत कर्ज वितरण कर सके हैं।
बडोले ने सहकारिता मंत्री देशमुख से कहा है कि वे राष्ट्रीयकृत बैंकों से कहे कि किसानों के कर्ज वितरण में तेजी दिखाया। उन्होंने मांग कि है कि फसल बीमा योजना को ऐच्छिक किया जाए साथ ही जिन किसानों ने 2017-18 के दौरान बारिश के अभाव में बुवाई नहीं कर सके थे उनकी मदद के लिए कारवाई की जानी चाहिए।
Created On :   15 Jun 2018 8:16 PM IST