पांच माह में बकाया कर का दो प्रतिशत भी वसूली नहीं कर पाई नगर पालिका

Municipality could not recover even two percent of the outstanding tax in five months
पांच माह में बकाया कर का दो प्रतिशत भी वसूली नहीं कर पाई नगर पालिका
पांच माह में बकाया कर का दो प्रतिशत भी वसूली नहीं कर पाई नगर पालिका

सम्पत्तिकर, जलकर, समेकितकर सहित विभिन्न करो की बकाया है 3 करोड़ से अधिक राशि
डिजिटल डेस्क सीधी।
बकाया करो के वसूली के मामले में नगर पालिका फिसड्डी सावित हो रही है। पिछले पांच माह के दौरान विभिन्न बकाया करो की वसूली के आंकड़े देखें तो दो फीसदी भी वसूली नहीं हुई है। नगर पालिका द्वारा सम्पत्तिकर, जलकर, समेकितकर सहित विभिन्न करो की 3 करोड़ से अधिक की राशि वसूली जानी है।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका द्वारा शहर में रह रहे 13147 करदाताओं से 3 करोड़ 13 लाख 59 हजार 541 रूपये वसूल करने हैं। अप्रैल से लेकर अब तक में नगर पालिका ने केवल 4 लाख 65 हजार 141 रूपये की वसूली की है। नगर पालिका को विभिन्न करो के जितनी राशि वसूली करनी है उस हिसाब से देखा जाये तो पांच माह के भीतर काफी कम वसूली हुई है। जाहिर है नगर पालिका जिस वसूली को दर्शा रही है वह वसूलने से नहीं बल्कि जागरूक करदाताओं द्वारा खुद ब खुद बकाया राशि जमा करने से ही वसूली के आंकड़ों में शामिल हो सकी है। कोरोना के कारण जारी लाकडाउन के दौरान नगर पालिका के कर्मचारियों की व्यस्तता जरूर देखी गई है किन्तु विभाग के मूल कार्यों की इस तरह अनदेखी होगी सोचा नहीं जा सकता है। कोरोना के बहाने नगर पालिका कर वसूली के अलावा दूसरे कार्यों पर भी ध्यान नहीं दे रही है। वाटर सप्लाई लम्बे समय से पटरी पर नहीं आ सकी है तो साफ-सफाई की व्यवस्था बाजार की प्रमुख सड़क तक ही सीमित हो गई है। स्ट्रीट लाइट, मच्छरो से बचाव के प्रयास जैसे कार्य तो पूरी तरह से हासिएं पर चले गये हैं। फिलहाल कोरोना काल में सम्पत्ति कर, जलकर, समेकितकर, नगरीय विकास कर, शिक्षा उपकर, भूमि, भवन किराया, काम्पलेक्स दुकान किराया की लेनदारी तीन करोड़ से पार पहुंच गई है किन्तु वसूली की ओर ध्यान नहीं जा रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में रहने वाले कुल 54331 लोगों में से 13147 लोग करदाता के रूप में चिन्हित हैं जिन पर देनदारी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है लेकिन बड़े बकायादारों को शुरू से नजर अंदाज करती आ रही नगर पालिका अभी भी वसूली को हासिएं पर रखे हुए हैं। इसीलिए वसूली का प्रतिशत न तो आगे बढ़ रहा है और न ही बकाया राशि कम होने का नाम ले रही है। इस मामले में शासन द्वारा तैनात प्रशासक भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। 
सम्पत्तिकर की सर्वाधिक राशि बकाया
नगर पालिका क्षेत्र के 13147 करदाताओं में से 7705 सम्पत्तिकर दाता हैं जिन पर 6998786 रूपये की देनदारी निकल रही है। सम्पत्तिकर के करदाताओं में शामिल लोगों में पिछले पांच माह के दौरान 46620 रूपये जमा किये हैं। इसी तरह समेकित कर की कुल बकाया 4488325 रूपये में केवल 18250 रूपये मिले हैं। नगरीय विकास कर के रूप में नगर पालिका को 9 लाख 18 हजार 28 रूपये वसूलने हैं किन्तु कुल बकाया राशि में इस बीच केवल 12296 रूपये हाथ लगे हैं। शिक्षा उपकर के रूप में 20 लाख से ऊपर की राशि बकाया है जिसमें 17878 रूपये पांच माह के दौरान प्राप्त हुए हैं। जलकर की बकाया वसूली के मामले में भी काफी लापरवाही देखी जा रही है। नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं पर 11 लाख 96 हजार 192 रूपये बकाया है लेकिन कोरोना काल में दो लाख की ही वसूली हो पाई है। नगर पालिका द्वारा वसूले जाने वाले सभी करो के मामले में जलकर की वसूली बेहतर देखी जा रही है। पानी की सुविधा से वंचित होने के डर से अधिकांश लोग हर महीने जलकर की राशि जमा कर रहे हैं। दूसरे करो के मामले में नगर पालिका के साथ ही उपभोक्ता भी भुगतान करने में लापरवाही कर रहे हैं। 

 

Created On :   28 Sept 2020 6:16 PM IST

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