प्रदेश के उद्यमियों एवं संस्थानों द्वारा 4 करोड़ से अधिक यूनिट बिजली की बचत

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
प्रदेश के उद्यमियों एवं संस्थानों द्वारा 4 करोड़ से अधिक यूनिट बिजली की बचत

डिजिटल डेस्क, जयपुर। प्रदेश के उद्यमियों एवं संस्थानों द्वारा 4 करोड़ से अधिक यूनिट बिजली की बचत -ऊर्जा मंत्री बिजली की बचत करने वाले उद्यमियों एवं संस्थानों को राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार। ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने प्रदेश में ऊर्जा के उपलब्ध संसाधनों का किफायती एवं कुशल ढ़ंग से उपयोग कर ऊर्जा की बचत करने वाले उद्यमियों एवं संस्थानों को ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार प्रदान किए। सोमवार को जयपुर विद्युत भवन में आयोजित राज्य स्तरीय 11वें ‘‘राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार’’ वर्चूअल समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने बताया कि ऊर्जा किसी भी देश के सत्त विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि हमें ऊर्जा की आपूर्ति को बढ़ाने, उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम और किफायती ढं़ग से उपयोग, ऊर्जा की मांग पर नियन्त्रण, ऊर्जा के गैर परम्परागत स्त्रोतों का अधिकाधिक उपयोग आदि के जरिये ऊर्जा संरक्षण के आयामों पर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित के लिए विभिन्न ऊर्जा प्रोद्योगिकियों, विशेषतः नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास आवश्यक है। नवीकरणीय ऊर्जा के उपकरणों के उपयोग से गैस उत्सर्जन में कमी एवं ग्लोबल वार्मिग पर नियंत्रण पाया जाना संभव है। डॉ. कल्ला ने कहा कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा गैर-परम्परागत ऊर्जा स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास भी सराहनीय है। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा किये गये प्रयासों के फलस्वरूप राज्य में सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा का लगभग 10,000 मेगावॉट क्षमता की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी है। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि 5000 मेगावॉट सौर क्षमता के लिए नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन एवं 5000 मेगावॉट सोलर क्षमता हेतु भारत सरकार के सेकी ¼SECI½ से MOU विचाराधीन है। डॉ0 कल्ला ने बताया कि आगामी 3 वर्षो में 30,000 मेगावॉट अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं प्रदेश में स्थापित की जायेगी, जिनमें से 27000 MW क्षमता की परियोजनाएं पाइपलाइन में है। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अक्षय ऊर्जा भंडारण तकनीक पर तीव्रगति से काम किया जा रहा है, जिससे अक्षय ऊर्जा से उत्पादित विद्युत को रात्रि के समय भी काम लिया जा सके। समारोह अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम डॉ. सुबोध अग्रवाल, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा प्रदेश में ऊर्जा की बचत हेतु राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप प्रदेश में की गई बिजली की बचत के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. अग्रवाल के अनुसार ऊर्जा संरक्षण अधिनियम-2001 के अन्तर्गत राज्य में ऊर्जा संरक्षण की गतिविधियों के संचालनके लिए, राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड ,एक राज्य नामित संस्था है, जो कि राज्य में भारत सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की नीतियों एवं योजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने का महत्वपूर्ण कार्य सम्पादित करता है।

Created On :   15 Dec 2020 1:38 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story